स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 26 May 2024 05:54:12 PM
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने मध्य बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवाती तूफान रेमल के तीव्र होने की आशंका के कारण समुद्र एवं उसके आसपास के इलाकों में जान-माल के नुकसान को कम करने केलिए एक विश्वसनीय मानवीय सहायता और आपदा राहत केलिए मौजूदा नौसेना की मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए प्रारंभिक कार्रवाईयां आरंभ कर दी हैं। नौसेना मुख्यालय से चक्रवाती तूफान रेमल के 26 और 27 मई की मध्यरात्रि को पश्चिम बंगाल तट के पास उत्तर/उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में लैंडफॉल की संभावना के मद्देनज़र बारीकी से नज़र रखी जा रही है, साथही पूर्वी नौसेना कमान मुख्यालय आपदा राहत की व्यापक तैयारियों से लैस है।
चक्रवाती तूफान रेमल के गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने केसाथ ही बांग्लादेश में खेपुपारा और बंगाल में सागर द्वीप समूह केबीच टकराने की आशंका है। भारतीय नौसेना के प्रभावित आबादी की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने हेतु तत्काल तैनाती केलिए एचएडीआर और चिकित्सा आपूर्ति से लैस दो जहाज तैयार कर लिए हैं। नौसेना ने चक्रवात रेमल से निपटने केलिए सी किंग और चेतक हेलिकॉप्टरों केसाथ डोर्नियर विमानों सहित नौसेना की विमानन परिसंपत्तियां भी त्वरित आपदा राहत केलिए तैयार कर ली हैं। नौसेना ने आपदा राहत के त्वरित सहायता वाले उपकरणों केसाथ विशेष गोताखोरी टीमों को कोलकाता में तैनात किया है।
भारतीय तटरक्षक बल की गोताखोरी टीमें विशाखापत्तनम में स्टैंडबाय पर हैं, जो आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई हेतु तैयार हैं। एचएडीआर और चिकित्सा आपूर्ति केसाथ दो बाढ़ राहत टीमें कोलकाता में तैनात की जा चुकी हैं। विशाखापत्तनम और चिल्का से दो-दो एफआरटी तैनाती केलिए तैयार हैं। नौसेना सतर्कता से चक्रवात रेमल के मद्देनज़र तत्काल और प्रभावी सहायता प्रदान करने केलिए स्थिति की कड़ी निगरानी कर रही है। मौसम विभाग ने बंगाल के कई क्षेत्रों केलिए रेड अलर्ट और कोलकाता केलिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है एवं तेज़ हवा और मूसलाधार बारिश की चेतावनी देते हुए सभीसे सावधानी बरतने का अनुरोध किया है।