मिसाइल की हथियार प्रणाली के कामकाज को मान्यता मिली
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ वायुसेना को दी बधाईस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 12 January 2024 04:43:28 PM
भुवनेश्वर। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) का आज प्रात: 1030 बजे ओडिशा के तट पर चांदीपुर से एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से नई पीढ़ी की आकाश (आकाश एनजी) मिसाइल का उड़ान परीक्षण सफल रहा। यह उड़ान परीक्षण बहुत कम ऊंचाई पर उच्चगति वाले मानवरहित हवाई लक्ष्य के सापेक्ष आयोजित किया गया था। इस दौरान हथियार प्रणाली से लक्ष्य को सफलतापूर्वक अवरुद्ध करके नष्टकर दिया गया। इससे स्वदेशी रूपसे विकसित रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर, लॉन्चर, मल्टी फ़ंक्शन रडार और कमांड, नियंत्रण और संचार प्रणाली से युक्त इस मिसाइल की संपूर्ण हथियार प्रणाली के कामकाज को मान्यता मिली है।
हथियार प्रणाली के कार्य प्रदर्शन की आईटीआर चांदीपुर के कई रडारों, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम से कैप्चर करने वाले डेटा के माध्यम से भी पुष्टि हुई है। इस उड़ान-परीक्षण को डीआरडीओ, भारतीय वायुसेना, भारत डायनेमिक्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी देखा है। आकाश एनजी प्रणाली एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है, जो उच्च गति, फुर्तीले हवाई खतरों से निपटने में सक्षम है। इस सफल उड़ान परीक्षण ने उपयोगकर्ता परीक्षणों का मार्ग भी प्रशस्त कर दिया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उड़ान परीक्षण केलिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन, भारतीय वायुसेना, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और उद्योग की सराहना की है। उन्होंने कहाकि हथियार प्रणाली के सफल विकास से देश की वायु रक्षा क्षमताओं में और बढ़ोतरी होगी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत ने भी आकाश-एनजी के सफल उड़ान परीक्षण से जुड़ी टीमों को बधाई दी है।