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'द रेलवे मेन' में रेल कर्मियों का कीर्तिगान

'लोगों का जीवन बचाने केलिए खुदको बलिदान कर दिया'

वेब सीरीज़ के अभिनेताओं की 54वें इफ्फी में प्रेस कॉन्फ्रेंस

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 23 November 2023 04:18:01 PM

glorification of railway workers in 'the railway men'

पणजी। भारतीय फिल्म उद्योग में तीस वर्ष का सफर तय कर चुके जाने-माने लोकप्रिय अभिनेता केके मेनन ने कहा हैकि उनमें अभीभी महत्वपूर्ण फिल्में बनाने केलिए उत्साह की भावना बनी हुई है। केके मेनन ने कहाकि द रेलवे मेन श्रृंखला में स्टेशन मास्टर के चरित्र की सत्यनिष्ठा उनके लिए एक विशेष कार्यस्थल के भीतर विभाग और भूमिका की पराकाष्ठा को जानने केलिए बहुत दिलचस्प हो जाती है। उन्होंने कहाकि यह सीरीज़ रेलवे कर्मियों की वीरता केप्रति श्रद्धांजलि है, जिन्‍हें हम सभी हल्के में लेते हैं, यह गुमनाम नायकों, खासकर उनको को जगह देती है, जिन्होंने भोपाल गैस त्रासदी वाली भयावह रात को लोगों का जीवन बचाने केलिए खुदको बलिदान तक कर दिया था। हाल हीमें रिलीज़ हुई वेब सीरीज़ द रेलवे मेन के मुख्य अभिनेताओं में से एक केके मेनन ने गोवा में 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं। चार एपिसोड की यह वेब सीरीज़ 1984 की भोपाल गैस त्रासदी की सच्ची घटना पर आधारित है।
द रेलवे मेन नेटफ्लिक्स का 4-एपिसोड का रोमांचकारी ड्रामा है, जो भोपाल गैस त्रासदी वाली भयावह रात में एक असहाय शहर में फंसे हजारों निर्दोष नागरिकों की जान बचाने केलिए अपने कर्तव्य के दायरे से आगे बढ़ जानेवाले गुमनाम नायकों भारतीय रेल के कर्मचारियों का कीर्तिगान करता है। एक वास्तविक घटना पर चार एपिसोड की श्रृंखला बनाने के कारण के सवाल का उत्तर देते हुए निर्देशक शिव रवैल ने कहाकि एक फिल्म निर्माता केलिए स्वयं को आगे बढ़ाना और दर्शकों को सबसे कठिन कहानी कहना सिनेमा निर्माण का सबसे अच्छा भाग है। नेटफ्लिक्स इंडिया की सीरीज प्रमुख तान्या बामी ने कहाकि ऐसी विषयवस्तु पर काम करना, जो रुझानों के अनुकूल हो और जिसे दर्शकों केलिए प्रामाणिक कहानी में बदला जा सके, ऐसी सामाग्री अब ओटीटी प्लेटफार्मों केलिए अधिकतम दर्शक जुटाने का आधार है।
रेलवे मेन के पीछे के विचार का उल्‍लेख करते हुए लेखक आयुष गुप्ता ने कहाकि इसका उद्देश्य रेलवे की कहानी सुनाना और यह बताना थाकि किस प्रकार इस संगठन ने बचाव के प्रयास शुरू किए, जिनकी बदौलत इस पूरे राष्ट्रीय नेटवर्क को लोगों का जीवन बचाने केलिए संघटित करदिया गया। इसमें मुख्‍य भूमिका निभा रहे आर माधवन, केके मेनन, दिव्येंदु शर्मा और बाबिल खान अपनी भावनात्मक गहराई और वास्तविक जीवन की कहानियों से दर्शकों को मंत्रमुग्‍ध करते हैं। यह श्रृंखला 18 नवंबर को रिलीज़ हुई और नेटफ्लिक्स पर दिखाई जा रही है। गौरतलब हैकि इफ्फी में मास्टरक्लास और इन-कन्वर्सेशन सत्र सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, एनएफडीसी, फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और ईएसजी द्वारा संयुक्त रूपसे आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें फिल्म निर्माण के हर पहलू में छात्रों और सिनेमा केप्रति उत्साह रखने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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