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ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने लिए अहम फैसले

सीआईआई और ऑस्ट्रेलिया की बिजनेस काउंसिल में समझौता

भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग व्यापार समझौता विस्तारित

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 10 March 2023 01:17:29 PM

india-australia ceo forum

मुंबई। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज ने कहा हैकि भारत और ऑस्ट्रेलिया केबीच हस्ताक्षरित आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता एक रूपांतरकारी समझौता है, जो व्यापार एवं निवेश में संभावना के अगले स्तर को खोलेगा। वह मुंबई में भारत-ऑस्ट्रेलिया सीईओ फोरम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भारत आनेवाले ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों की बड़ी संख्या केसाथ सहभागिता करनेवाले प्रमुख भारतीय व्यवसाय घरानों कीभी पूरे मन से सराहना की। उन्होंने कहाकि यह ऑस्ट्रेलिया के तटों से भारत का दौरा करनेवाले सबसे गंभीर एवं हाईप्रोफाइल शिष्टमंडलों मेसे एक है। वह दोनों देशों केबीच पूरकताओं को लेकर बहुत आशावादी थे और कहाकि यह भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में आर्थिक सहयोग में तेजी लाने और पारस्परिक लाभों केलिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने भी ऑस्ट्रेलिया सरकार के व्यापार एवं पर्यटन मंत्री सीनेटर डौन फारेल केसाथ सीईओ फोरम में भाग लिया। पीयूष गोयल ने कहाकि दोनों देशों केबीच व्यापार को कई गुना बढ़ाने की बेशुमार क्षमता को देखते हुए द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने के वर्तमान लक्ष्य को भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई उद्योगों तथा सीईओ द्वारा फिरसे निर्धारित किया जाना चाहिए। उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया केबीच द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश की विकास संभावना को दोहराया। पीयूष गोयल ने अप्रैल 2022 में ऑस्ट्रेलिया की अपनी यात्रा का स्मरण करते हुए ऑस्ट्रेलियाई हियरिंग इंप्लांट विनिर्माता के सीईओ केसाथ बातचीत का एक उदाहरण दिया। उन्होंने उन्हें फिरसे आश्वस्त कियाकि भारत की आबादी, मध्य आय वर्ग में तेज वृद्धि तथा एक बेहतर जीवनशैली के लिए समग्र अर्थव्यवस्था की बढ़ती मांगों को देखते हुए भारत में उनकी वर्तमान बाजार हिस्सेदारी व्यवसाय की संभावना का केवल एक छोटा हिस्सा है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया सीईओ फोरम का आयोजन वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग ने भारतीय उद्योग परिसंघ के सहयोग से दोनों देशों केबीच लगातार बढ़ते व्यापार एवं निवेश का लाभ उठाने केलिए किया था। फोरम की सहअध्यक्षता महिंद्रा ग्रुप के एमडी एवं सीईओ डॉ अनिश शाह तथा मैक्वेरी ग्रुप की एमडी एवं सीईओ शेमारा विक्रमनायके ने की। ऑस्ट्रेलिया सरकार के व्यापार एवं पर्यटन मंत्री सीनेटर डौन फारेल ने बतायाकि सिर्फ जनवरी 2023 मेही ईसीटीए समझौते से उत्पन्न होने वाले निम्न टैरिफ से 2.5 बिलियन डॉलर के बराबर के व्यापार का लाभ प्राप्त हुआ और उन्होंने आश्वस्त कियाकि यह वृद्धि आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने बढ़ते संबंधों की मांग को पूरा करने केलिए और बड़ा सोचने का उद्योग से आग्रह किया। दोनों मंत्रियों ने भारत-ऑस्ट्रेलिया सीईओ फोरम के आयोजन का स्वागत किया और उभरते आर्थिक तथा निवेश अवसरों की खोज करने केलिए दोनों पक्षों की कंपनियों को प्रोत्साहित किया। दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोगों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और पारस्परिक लाभ केलिए व्यापक कार्यनीतिक साझीदारी को और गहरा करने तथा सुदृढ़ बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के व्यवसाय संबंधों को और बढ़ावा देने केलिए पीएम एंथोनी अल्बानीज की उपस्थिति में भारतीय उद्योग परिसंघ और ऑस्ट्रेलिया की व्यवसाय परिषद केबीच समझौता ज्ञापन के चार वर्ष के विस्तार पर हस्ताक्षर किएगए, जो दोनों देशों केबीच व्यवसाय संबंधों में उल्लेखनीय भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम में धातु एवं खनन, दूरसंचार, खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा, फार्मास्यूटिकल, स्वास्थ्य देखभाल, चिकित्सा उपकरण, बैंकिंग, उड्डयन, आईटी, ऑटो जैसे विभिन्न सेक्टरों के भारत और ऑस्ट्रेलिया की अग्रणी कंपनियों के सीईओ तथा संस्थागत निवेशकों की सहभागिता देखी गई। फोरम के सहभागियों ने विभिन्न सेक्टरों के भारत-ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक, व्यापार तथा निवेश संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा की। भारत-ऑस्ट्रेलिया केबीच ऐतिहासिक संबंध हैं, जिसकी विशेषता लोकतंत्र के साझा मूल्य, बहुसंस्कृतिवाद, आर्थिक अवसर और सबसे महत्वपूर्ण लोगों से लोगों के प्रगाढ़ रिश्तों केसाथ जीवंत डायस्पोरा रही है। दोनों देश मुक्त एवं खुले समाजों को महत्व देते हैं, मानवाधिकारों और कानून सम्मत शासन का सम्मान करते हैं। गौरतलब हैकि वित्तीय वर्ष 2022 के अंतर्गत भारत, ऑस्ट्रेलिया का 9वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है। ऑस्ट्रेलिया को किए जानेवाले प्रमुख निर्यातों में पेट्रोलियम उत्पाद, कपड़ा एवं परिधान, इंजीनियरिंग वस्तुएं, चमड़ा, मोती, यांत्रिक उपकरण, लोहा एवं इस्पात तथा रत्न एवं आभूषण शामिल हैं। प्रमुख आयातों में खाद्य पदार्थ, डॉइंग के अर्क, रसायन, ऊन, खनिज अवयव एवं बहुमूल्य पत्थर शामिल हैं।

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