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मेलिंडा गेट्स राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलीं

राष्ट्रपति ने की बिल एंड गेट्स फाउंडेशन के कार्यों की प्रशंसा

आदिवासी समुदाय के स्वास्थ्य और विकास का आह्वान किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 7 December 2022 02:00:18 PM

melinda gates meets president draupadi murmu

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा हैकि समावेशी उपायों को सुनिश्चित करने केलिए भारत सरकार ने विशेष प्रयास किए हैं, ताकि समाज के अत्यंत कमजोर और वंचित वर्गों तक सरकारी लाभ पहुंच सकें। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत सरकार अनेक महत्वपूर्ण पहलों के जरिये स्वास्थ्य और विकास में उल्लेखनीय निवेश कर रही है। राष्ट्रपति ने यह बात उनसे मुलाकात करने आईं बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की सह अध्यक्ष और न्यासी मेलिंडा गेट्स से कही। राष्ट्रपति भवन में मेलिंडा फ्रेंच गेट्स का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत में बिल एंड गेट्स फाउंडेशन के कल्याणकारी कार्यों की प्रशंसा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भरोसा जतायाकि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेगा, जो बहुत जरूरतमंद हैं, चाहे वे महिलाएं और लड़कियां हों, जनजातीय समुदाय हों या वे लोग हों जो देश के सुदूर क्षेत्रों में रहते हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के समग्र विकास में महिलाओं की भूमिका कोभी रेखांकित किया तथा फाउंडेशन का आह्वान कियाकि वह लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण केलिए अपने प्रयासों को जारी रखेगा। राष्ट्रपति ने जन स्वास्थ्य, संक्रामक रोग नियंत्रण और मलेरिया एवं तपेदिक रोकथाम के क्षेत्रमें बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यों की भी प्रशंसा की। उन्होंने फाउंडेशन को प्रोत्साहित कियाकि वह सिकेल सेल एनेमिया जैसे अन्य गंभीर रोगों पर भी ध्यान दे, जिससे जनजातीय समुदाय विशेष तौरपर पीड़ित रहता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कृषि विकास के क्षेत्रमें फाउंडेशन के अच्छे कामों की सराहना की और फाउंडेशन से आग्रह कियाकि वह जनजातीय क्षेत्रों के लघु वन उत्पादों केलिए सहकारी विपणन पहलों को शुरू करने पर विचार करे। भारत की जी-20 अध्यक्षता प्राप्त करने का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहाकि भारत के अनुभव और उत्कृष्ट व्यवहार अन्य विकासशील देशों केलिए बहुत उपयोगी सबक होंगे। उन्होंने कहाकि विशेष रूपसे देखा जाए तो भारत की समृद्ध और विविधतापूर्ण जनजातीय धरोहर को विश्व के सामने प्रस्तुत किया जा सकता है, इसके तहत प्रकृति केसाथ समरसता, चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियां तथा निरंतरता की सच्ची समझ को देखा जा सकता है, जो इस अनोखी जीवनशैली की पहचान है।

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