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'भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी का बहुत महत्व'

रक्षामंत्री से मिला फ्रांसीसी विमान इंजन निर्माता कंपनी साफ्रान समूह

जेट इंजनों के सह विकास व प्रौद्योगिकी हस्तांतरण योजना पेश की

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 6 July 2022 11:14:43 AM

french company safran group's delegation met defense minister

नई दिल्ली। फ्रांस की विमान इंजन निर्माता कंपनी साफ्रान समूह के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने कंपनी के सीईओ ओलिवियर एंड्रीज के नेतृत्व में नई दिल्ली में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। गौरतलब हैकि साफ्रान समूह नागरिक एवं लड़ाकू विमानों केलिए उन्नत विमान इंजन के प्रमुख मूल उपकरण निर्माताओं में से एक है। बैठक में साफ्रान के सीईओ ने रक्षामंत्री को भारतीय और विदेशी वाणिज्यिक एयरलाइनों के उपयोग किए जाने वाले LEAP-1A और LEAP-1B इंजनों के ओवरहाल केलिए भारत में रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल सुविधा स्थापित करने की अपनी कंपनी की योजनाओं के बारेमें जानकारी दी।
विमान इंजन निर्माता साफ्रान के सीईओ ओलिवियर एंड्रीज ने राजनाथ सिंह को इस सप्ताह साफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन और साफ्रान इलेक्ट्रिकल एंड पावर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड दोनों को हैदराबाद में और साफ्रान-एचएएल एयरक्राफ्ट इंजन को बेंगलुरु में एक संयुक्त उद्यम के रूपमें खोलने की अपनी योजना के बारेमें बताया। ओलिवियर एंड्रीज ने कहाकि 36 मिलियन यूरो के निवेश केसाथ और हैदराबाद एसईजेड में 10 एकड़ भूमि पर साफ्रान एयरक्राफ्ट इंजन, हैदराबाद रोटेटिंग सील सहित उन्नत विमान इंजन केलिए पुर्ज़ों एवं घटकों का उत्पादन करेगा। उन्होंने कहाकि हैदराबाद में 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के माध्यम से एमआरओ सुविधा स्थापित होने से 500-600 अत्यधिक कुशल रोज़गार सृजित होने की उम्मीद है, यह सुविधा शुरुआत में प्रतिवर्ष 250 से अधिक इंजनों को ओवरहाल करने में सक्षम होगी।
साफ्रान के सीईओ ने कहाकि साफ्रान इलेक्ट्रिकल एंड पावर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सिविल और फाइटर जेट्स केलिए बाहरी कवर का निर्माण करेगा। उन्होंने कहाकि साफ्रान और एचएएल केबीच संयुक्त उद्यम हेलीकॉप्टर इंजन समेत विमान के इंजन केलिए कठोर पाइपिंग के उत्पादन केलिए है और इस संयुक्त उद्यम से 160 नए अत्यधिक कुशल कर्मियों को नियुक्त करने की उम्मीद है। उन्होंने भारत सरकार की मौजूदा नीति के अनुसार उन्नत जेट इंजनों के सह-विकास और सह-उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में अपनी कंपनी की दीर्घकालिक योजना को पेश किया। उन्होंने राजनाथ सिंह को विमान के इंजन से परे प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में कंपनी की क्षमताओं के बारेमें जानकारी दी। रक्षामंत्री ने कहाकि भारत फ्रांस केसाथ सामरिक साझेदारी को बहुत महत्व देता है। उन्होंने हैदराबाद में नई सुविधाओं और बेंगलुरु में संयुक्त उद्यम का स्वागत किया।
रक्षामंत्री ने कहाकि दोनों देश एक-दूसरे की क्षमता के निर्माण में योगदान दे सकते हैं। रक्षामंत्री ने भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' और 'आत्मनिर्भर भारत' के अनुरूप भारत में अधिक सह-विकास और सह-उत्पादन परियोजनाओं केलिए साफ्रान को आमंत्रित किया। राजनाथ सिंह ने कहाकि हम एक बड़ा बाजार हैं, हालांकि हम प्रतिस्पर्धी तरीके से जरूरतों को पूरा करने और मित्र देशों को आपूर्ति करने केलिए मेक इन इंडिया पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने फ्रांस के प्रतिनिधिमंडल से कहाकि आप लागत संबंधी लाभ और प्रशिक्षित जनशक्ति की उपलब्धता समेत भारत के प्रदान किए जानेवाले सभी प्रतिस्पर्धी लाभों का फायदा उठा सकते हैं।

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