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'हर स्तर पर कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाना है'

प्रधानमंत्री का ट्राई के रजत जयंती समारोह में ऑनलाइन संबोधन

भारत ने अब 5जी और 6जी की ओर तेजी से कदम बढ़ाया है

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 17 May 2022 06:17:29 PM

pm's online address at trai's silver jubilee celebrations

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के रजत जयंती समारोह को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा हैकि 2जी काल की निराशा, हताशा, करप्शन, पॉलिसी पैरालिसिस से बाहर निकलकर देश ने 3जी से 4जी और अब 5जी और 6जी की तरफ तेजीसे कदम बढ़ाए हैं। उन्होंने कहाकि देश को अपना खुद से निर्मित 5जी टेस्ट-बेड राष्ट्र को समर्पित करने का अवसर मिला है, ये टेलिकॉम सेक्टर में क्रिटिकल और आधुनिक टेक्नॉलॉजी की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने आईआईटी समेत इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहाकि 5जीआई के रूपमें जो देश का अपना 5जी स्टैंडर्ड बनाया गया है, वो देश केलिए बहुत गर्व की बात है, ये देश के गांवों में 5जी टेक्नॉलॉजी पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर एक डाक टिकट भी जारी किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि 21वीं सदी के भारत में कनेक्टिविटी देश की प्रगति की गति को निर्धारित करेगी, इसलिए हर स्तर पर कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाना ही होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि 5जी टेक्नोलॉजी भी देश की गवर्नेंस में इज ऑफ लिविंग, इज ऑफ डूइंग बिजनेस में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है, इससे खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक हर सेक्टर में ग्रोथ को बल मिलेगा, इससे सुविधा भी बढ़ेगी और रोज़गार के भी अनेक अवसर बनेंगे। उन्होंने कहाकि 5जी को तेजीसे शुरू करने केलिए सरकार और उद्योग दोनों के प्रयासों की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आत्मनिर्भरता और स्वस्थ स्पर्धा कैसे समाज और अर्थव्यवस्था में मल्टीप्लायर इफेक्ट पैदा करती है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण हमारा टेलिकॉम सेक्टर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 8 साल में रीच, रिफॉर्म, रेगुलेट, रेस्पॉन्ड और रिवॉल्यूशनाइज के पंचामृत से हमने टेलिकॉम सेक्टर में नई ऊर्जा का संचार किया है, इसमें ट्राई की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि साइलो वाली सोच से आगे निकलकर अब देश ‘व्होल ऑफ द गवर्मेंट अप्रोच’ केसाथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि आज हम देश में टेली-डेंसिटी और इंटरनेट यूजर्स के मामले में दुनिया में सबसे तेजीसे एक्सपेंड हो रहे हैं तो उसमें टेलीकॉम समेत कई सेक्टर्स की भूमिका रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि मोबाइल ग़रीब से ग़रीब परिवार की भी पहुंच में हो, इसके लिए हमने देश मेंही मोबाइल फोन की मैन्युफेक्चरिंग पर बल दिया, परिणाम ये हुआकि मोबाइल मैन्युफेक्चरिंग यूनिट्स 2 से बढ़कर 200 से अधिक हो गईं। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज हम भारत के हर गांव तक ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने में जुटे हैं, 2014 से पहले भारत में 100 ग्राम पंचायतें भी ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी से नहीं जुड़ी थीं, हम करीब-करीब पौने दो लाख ग्राम पंचायतों तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचा चुके हैं, इससे सैकड़ों सरकारी सेवाएं गांवों तक पहुंच रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों से निपटने केलिए ट्राई जैसे नियामकों केलिए भी ‘व्होल ऑफ द गवर्मेंट अप्रोच’ महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज विनियमन केवल एक क्षेत्र की सीमाओं तक सीमित नहीं है, प्रौद्योगिकी विभिन्न क्षेत्रों को आपस में जोड़ रही है, इसलिए आज हर कोई सहयोग आधारित विनियमन की आवश्यकता का अनुभव कर रहा है। इसके लिए यह आवश्यक हैकि सभी नियामक एकसाथ आएं, साझा प्लेटफॉर्म विकसित करें और बेहतर समन्वय केलिए समाधान खोजें। कार्यक्रम में केंद्रीय संचार प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, देवुसिंह चौहान, एल मुरुगन और दूरसंचार एवं प्रसारण क्षेत्र के दिग्गज उपस्थित थे।

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