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एशियाई शेर सार्स-कोव 2 से संक्रमित

आइसोलेशन में भेजे गए हैदराबाद चिड़ियाघर के शेर

शेरों की नाक गले और श्वसन तंत्र में मिला संक्रमण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 5 May 2021 12:57:17 PM

asian lion infected with sars-cove 2 (file photo)

हैदराबाद। हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क (एनज़ेडपी) में रखे गए ऐसे आठ एशियाई शेरों के नाक, गले और श्वसन तंत्र से एकत्र किए गए नमूनों को चिड़ियाघर प्रशासन ने 24 अप्रैल को सावधानी के रूपमें सीसीएमबी-एलएसीलोएनईएस के साथ साझा किया था, जिनमें सांस की परेशानी के लक्षण दिखाई दिए थे। सीसीएमबी-एलएसीलोएनईएस के 4 मई को साझा किए गए विस्तृत नैदानिक परीक्षणों और रिपोर्ट के आधार पर यह पुष्टि हो गई है कि हैदराबाद चिड़ियाघर में रखे गए आठ एशियाई शेर सार्स-कोव 2 वायरस से संक्रमित हैं। नमूनों के आगे के विश्लेषण से पता चला है कि किसी भी प्रकार के चिंतित करने वाले वायरस के स्वरूप से संक्रमण नहीं हुआ था।
संक्रमित शेरों को आइसोलेशन में रखा गया है और उनकी उचित देखभाल और आवश्यक उपचार शुरू कर दिया गया है। इलाज के बाद सभी आठ शेरों के स्वास्थ्य में सुधार दिखाई दे रहा है और वे अच्छी तरह से ठीक हो रहे हैं। वे सामान्य रूपसे व्यवहार कर रहे हैं और अच्छी तरह से खाना खा रहे हैं। सभी चिड़ियाघर कर्मचारियों की सुरक्षा के उपाय पहले से ही शुरू कर दिए गए हैं और बाहरी संपर्क से बचाने के लिए चिड़ियाघर को दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने सार्स-कोव-2 के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनज़र चिड़ियाघरों के लिए सुरक्षा के दिशा-निर्देश और सलाह जारी करने सहित कई उपाय पहले से ही किए हुए हैं। वैज्ञानिक एजेंसियों और भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान उत्तर प्रदेश और सेलुलर एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र और लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रयोगशाला हैदराबाद के विशेषज्ञों के साथ परामर्श से चिड़ियाघरों को रोकथाम, नमूना संग्रह, संदिग्ध मामलों में पता लगाने और जानवरों की देखभाल करने वालों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल आदि के दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
विशेषज्ञों के परामर्श से अगले चरणों के भाग के रूपमें कोविड सावधानियों के लिए नए दिशा-निर्देशों को और ज्यादा विकसित किया जा रहा है। आवश्यकता होने पर अतिरिक्त सूचना जारी की जाएगी। दुनिया में कई जगहों पर पिछले वर्ष सार्स-कोव 2 से संक्रमित होने वाले चिड़ियाघर के जानवरों के साथ अनुभव के आधार पर इस बात के कोई तथ्यात्मक प्रमाण नहीं है कि जानवर मनुष्यों को किसी भी तरह से बीमारी पहुंचा सकते हैं, इसलिए मीडिया से अनुरोध किया गया है कि वह ऐसे मामलों में रिपोर्टिंग के दौरान अत्यधिक सावधानी बरते और इस बारे में एक जिम्मेदारीभरा कवरेज प्रदान करे। इस तरह के परामर्श सार्वजनिक डोमेन http://cza.nic.in/news/en पर आसानी से उपलब्ध हैं।

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