स्वतंत्र आवाज़
word map

लद्दाख के युवाओं के लिए सेना की पहल

पहल में शैक्षणिक ट्रस्ट कानपुर बच्चों का मार्गदर्शन करेगा

एचपीसीएल और एनआईईडीओ के साथ समझौता किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 26 April 2021 06:44:57 PM

an initiative of indian army with hpcl

लेह/ लद्दाख। भारतीय सेना की सतत पहल के हिस्से के रूपमें लेह में कॉर्प्स ऑफ इंडियन आर्मी ने लद्दाख के युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने के लिए कॉरपोरेट पार्टनर हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और कार्यकारी एजेंसी राष्ट्रीय अखंडता एवं शैक्षणिक विकास संगठन (एनआईईडीओ) के साथ समझौता किया है। समझौते के दौरान जीओसी 14 कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन, एचपीसीएल के क्षेत्रीय प्रबंधक, रिटेल जम्मू एवं कश्मीर प्रिंस सिंह, एनआईईडीओ के मैनेजिंग ट्रस्टी और सीईओ डॉ रोहित श्रीवास्तव, सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। लेह के सांसद जमैया त्सेरिंग नामग्याल, लद्दाख के एलजी के सलाहकार, लद्दाख के एलजी के सचिव और लेह के चीफ एक्जीक्यूटिव काउंसलर ताशी ग्यालसन, लद्दाख के मुख्य सचिव भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्रोजेक्ट लद्दाख इग्नाइटेड माइंड्स में एक उत्कृष्टता और देखभाल की केंद्र की परिकल्पना लद्दाख के युवाओं के लिए बेहतर भविष्य को सुरक्षित करने के लिए की गई है, जोकि प्रवेश परीक्षाओं के लिए 12 महीने की अवधि का मार्गदर्शन और उसके लिए एक पूर्णकालिक आवासीय कार्यक्रम है। इसके जरिए लद्दाख के युवाओं को देश में मौजूद विभिन्न मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज प्रवेश दिलाया जा सकेगा। भारतीय सेना के तत्वावधान में कार्यक्रम को कानपुर के एनजीओ राष्ट्रीय अखंडता और शैक्षणिक विकास संगठन निष्पादित करेगा। भारतीय सेना, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के जरिए जरूरी आर्थिक सहायता के साथ प्रशासन और रसद के परिचालन की देखरेख करेगी। शैक्षणिक ट्रस्ट कानपुर जिसे राष्ट्रीय अखंडता और शैक्षणिक विकास संगठन नाम दिया गया है, उसे कार्यक्रम निष्पादन की जिम्मेदारी दी गई है। यह बच्चों का मार्गदर्शन करेगा। प्राथमिक कैरियर चुनने, सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग, महत्वपूर्ण जीवन दक्षताओं, नेतृत्व क्षमता, व्यक्तिगत विकास, देखभाल कार्यक्रम, व्यावसायिक प्रशिक्षण, व्यक्तित्व विकास के साथ बच्चों को उस वक्त तक तैयार किया जाएगा, जबतक वह राष्ट्र के लिए उत्पादक मानव संसाधन नहीं बन जाते।
जीओसी 14 कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने कहा कि भारतीय सेना उन प्रयासों पर जोर दे रही है, जो न केवल कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करते है, बल्कि लद्दाख के विशेषाधिकार प्राप्त वर्गों को रोज़गार के अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का प्रयास स्थानीय लोगों के साथ भारतीय सेना की निरंतर बातचीत का परिणाम है। स्थानीय लोगों ने सेना के निरंतर प्रयास की सराहना की है, जिसके परिणामस्वरूप न केवल प्रतिभावान प्रतिभाशाली छात्रों को सुविधा मिलेगी, बल्कि उन्हें रोज़गार के बेहतर अवसर मिलेंगे। यह लद्दाखी समाज को बदलने के लिए एक प्रभावी जरिया है और वंचितों के लिए आशा की किरण के रूपमें प्रोत्साहित करेगा।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]