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रेलवे की ई-टिकटिंग वेबसाइट और ऐप लॉंच

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने यात्रियों को दिया नए साल का तोहफा

'टिकट बुकिंग सेवा को बाधा रहित और आसान बनाना है'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 January 2021 01:33:51 PM

railway's e-ticketing website and app launches

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'डिजिटल इंडिया' विजन के अनुरूप भारतीय रेलवे ने ऑनलाइन बुकिंग के लिए इस्‍तेमाल की जाने वाली अपनी ई-टिकटिंग वेबसाइट www.irctc.co.in और आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट मोबाइल ऐप का नवीनीकरण और उन्नयन किया है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने यात्रियों को नए साल के तोहफे के रूपमें सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं की पेशकश करने वाली इस उन्‍नत ई-टिकटिंग वेबसाइट और ऐप का शुभारंभ किया है। पीयूष गोयल ने इस अवसर पर कहा कि रेलवे राष्ट्र की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और रेल यात्रा के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए अपनी सेवाओं को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहा है।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ऑनलाइन रेलवे टिकटों की बुकिंग के लिए यह अपग्रेडेड ई-टिकटिंग प्लेटफॉर्म यात्री सुविधाओं को बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी को निरंतर वेबसाइट में सुधार करने के लिए काम करना जारी रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह वेबसाइट डिजिटल इंडिया मिशन और प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार दुनिया में सबसे अव्‍वल हो। उन्होंने कहा कि ई-टिकटिंग की सुविधा प्रणाली 2014 में शुरु की गई थी, जिसका मकसद आईआरसीटीसी के माध्‍यम से टिकट बुकिंग सेवा को बाधा रहित और आसान बनाना है एवं इस वेबसाइट और ऐप को उन्‍नत बनाकर रेल यात्रियों को और अधिक सुविधाएं उपलब्‍ध कराना है। उन्होंने कहा कि वेबसाइट और ऐप का उन्‍नयन उपभोक्‍ताओं के अनुभवों को ध्‍यान में रखते हुए किया गया है।
पीयूष गोयल ने कहा कि रेल टिकट की बुकिंग के लिए इस नई विश्वस्तरीय वेबसाइट के डिजाइन को रेलवे के ग्राहकों को ध्‍यान में रखते हुए तैयार किया गया है, इसमें उपयोगकर्ता के लॉगिन के साथ भोजन, टिकट बुकिंग, रिटायरिंग रूम और होटल बुकिंग की सुविधा को पहली बार एकीकृत किया गया है। वेबसाइट की मुख्‍य विशेषताएं हैं-इसमें उपयोगकर्ता के लॉगिन के साथ सभी उपलब्‍ध सुविधाओं को एकीकृत किया जाना जैसेकि भोजन, रिटायरिंग रूम और होटल बुकिंग की सुविधा को टिकट बुकिंग के साथ एकीकृत किया गया है। इस तरह से यात्रियों को एक ही स्‍थान पर यात्रा से संबधित सभी सुविधाएं उपलब्‍ध कराने का प्रयास किया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्‍यम से यात्रियों को स्‍टेशन में प्रवेश करने के साथ सभी तरह की सूचनाएं दिए जाने की व्‍यवस्‍था की जाएगी, इससे उन्‍हें यात्रा के पहले की परेशानियों से बचने तथा टिकट बुक करने में मदद मिलेगी।
रेलमंत्री ने बताया कि वेबसाइट और ऐप के जरिए यात्रियों को टिकट रिफंड की सारी जानकारी भी उनके लॉगिन खाते में एक जगह मिल सकेगी। इससे पहले यह सुविधा नहीं थी, नियमित और मनपसंद यात्रा के लिए सभी आवश्‍यक जानकारियां देकर टिकट बुक की जा सकती है। उन्होंने बताया कि रेलगाड़ियों की जानकारी और चयन की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाया गया है, रेलगाड़ियां और उनमें उपलब्‍ध श्रेणियों के किराए को एक ही पेज पर दिया गया है, पेज स्‍क्रॉल करके मनपसंद रेलगाड़ी और श्रेणी की टिकट बुक की जा सकती है, इससे पहले यह सुविधा नहीं थी और हर रेलगाड़ी के लिए अलग से उसकी जानकारी लेनी पड़ती थी। पीयूष गोयल ने कहा कि वेबसाइट के साथ एक ‘कैशे प्रणाली’ की शुरुआत की गई है, जिसके माध्‍यम से वेट लिस्‍ट टिकटों के कन्‍फर्म होने की जानकारी मिलेगी, इससे वेटलिस्‍ट टिकटों के कन्फर्म हो जाने की जानकारी उपलब्‍ध कराने में देरी नहीं होगी, इससे पहले यह सुविधा नहीं थी। उन्होंने कहा कि वेबपेज पर आरक्षित टिकटों की अन्‍य दिनों में उपलब्‍धता की जानकारी स्‍वतः आ जाएगी।
पीयूष गोयल ने कहा कि कंप्यूटर के बारे में कम जानकारी रखने वालों को भी बुकिंग प्रक्रिया आसानी से समझ में आ सकेगी, जिससे उन्‍हें आवश्‍यक जानकारियां हासिल करने के लिए वेबसाइट पर इधर-उधर भटकने में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा, बुक की गई यात्रा का विवरण भुगतान वाले पेज पर स्‍वतः दिखेगा, ताकि उपयोगकर्ता इसमें किसी तरह की गलती को तुरंत ठीक कर सके। उन्होंने बताया कि पीआरएस केंद्र जाकर भी बुकिंग में हुई गलती ठीक कराई जा सकती है। पीयूष गोयल ने कहा कि वेबसाइट में साइबर सुरक्षा के लिए भी पर्याप्‍त व्‍यवस्‍था की गई है। उन्होंने कहा कि उन्नत ई-टिकटिंग वेबसाइट और मोबाइल ऐप का उद्देश्य अन्य ऑनलाइन यात्रा और टिकटिंग वेबसाइटों के बीच उपयोगकर्ताओं को बेहतरीन अनुभव प्रदान करना है, इन सुविधाओं का स्तर अन्य टिकटिंग वेबसाइटों द्वारा वर्तमान में दी जा रही सुविधाओं की तुलना में अधिक उन्नत होगा। उन्होंने बताया कि अधिकांश वेबसाइटों में स्टेशनों की जानाकारी अभी भी वर्णमाला के क्रम में है और टिकटों की उपलब्‍धता की स्थिति या तो है ही नहीं या काफी पुरानी है, इसके अलावा, इस उन्नत ई-टिकटिंग वेबसाइट में ठहरने और भोजन आदि की बुकिंग की सुविधा को टिकट बुकिंग के साथ एकीकृत किया जाना अपने आप में बेजोड़ है।
गौरतलब है कि वर्तमान में आईआरसीटीसी की इस ई-टिकटिंग वेबसाइट के 6 करोड़ से ज्‍यादा उपयोगकर्ता हैं, वेबसाइट के जरिए प्रतिदिन 8 लाख से अधिक टिकट बुक किए जाते हैं, बुक किए जाने वाले कुल आरक्षित रेल टिकटों का 83 प्रतिशत इस वेबसाइट के जरिए बुक किया जा रहा है। आईआरसीटीसी और सीआरआईएस (क्रिस) उन जोड़ीदार स्टेशनों के लिए वैकल्पिक मार्गों पर ट्रेनों को जोड़ने के लिए स्मार्ट बुकिंग सुविधा शुरु करने के लिए काम कर रहा है, जिनमें सीधी ट्रेन सेवा नहीं हैं। रेलवे अपनी ई-टिकटिंग सेवाओं में निरंतर सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍नत वेबसाइट और नए ऐप को जारी करते हुए रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कोरोना से उत्‍पन्‍न चुनौतियों से निपटने और रेलवे को भविष्‍य के लिए तैयार करने में रेल परिवार के योगदान की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि आईआरसीटीसी इस दिशा में प्रयासरत है।

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