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खेल मंत्री ने महिला फुटबॉलरों से की बातचीत

भारत की मेजबानी में 2022 में होगा महिला अंडर-17 विश्वकप

'खिलाड़ियों को ऊर्जा और उत्साह को कम नहीं होने देना चाहिए'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 2 December 2020 01:18:08 PM

sports minister talks to women footballers

नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भारतीय महिला अंडर-17 फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों से बातचीत की है और उन्हें इस साल कोरोना महामारी की वजह से महिला अंडर-17 विश्वकप रद्द होने के बावजूद अपने मनोबल को ऊंचा बनाए रखने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया है। किरेन रिजिजू देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले भारतीय अंडर-17 फुटबॉल टीम के सदस्यों की ओर से आयोजित वर्चुअल वेबिनार में शामिल हुए। वेबिनार में एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल, महिलाओं की अंडर-17 टीम के मुख्य कोच थॉमस डेननरबी और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के महानिदेशक संदीप प्रधान भी शामिल हुए। महिला अंडर-17 विश्वकप का आयोजन इस वर्ष होना था और इसकी मेजबानी भारत को करनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे फरवरी-मार्च 2021 तक के लिए टाल दिया गया और बाद में यह टूर्नामेंट रद्द हो गया। अब इसका अगला आयोजन 2022 में किया जाएगा और इसकी मेजबानी भारत ही करेगा।
महिला अंडर-17 फुटबॉल टूर्नामेंट उन फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा झटका है, जो 2022 विश्वकप होने से पहले ही 17 वर्ष की आयु सीमा को पार कर जाएंगे और इसके चलते टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए अयोग्य हो जाएंगे। हालांकि किरेन रिजिजू ने खिलाड़ियों से सकारात्मक सोच को बनाए रखने और अंडर-20 विश्वकप व अंडर-20 एएफसी एशियन कप के लिए तैयारियां चालू रखने को कहा है। खेल मंत्री ने कहा कि अंडर-17 खिलाड़ी भले ही निराश हों, लेकिन उन्हें अपनी ऊर्जा और उत्साह को कम नहीं होने देना चाहिए और मैं इस बात के लिए एआईएफएफ को धन्यवाद देता हूं कि 2022 में इसकी मेजबानी भारत के पास बची हुई है, लेकिन मैं इस बात से परेशान हूं कि मौजूदा टीम के कुछ सदस्य अपनी उम्र के कारण 2022 का विश्वकप नहीं खेल पाएंगे, पर उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उन्हें अंडर-20 विश्वकप में खेलने का मौका मिलेगा और वरिष्ठ टीम में जाने में सफल हो पाएंगे।
खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भरोसा जताया कि महिला फुटबॉल टीम बहुत जल्द सीनियर विश्वकप के लिए क्वालीफाई कर जाएगी और भारत को फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए सबकुछ करना होगा। विश्वकप के इस वर्ष न होने से निराश होने के बावजूद एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 2022 में इसके आयोजन और 2026 के एशियाई खेलों व 2027 के विश्वकप तक खिलाड़ियों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की योजना को लेकर उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि लड़कियों को उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए, उन्हें कई और अवसर मिलेंगे, जो खिलाड़ी अंडर-17 टीम का हिस्सा हैं, उन्हें अंडर-20 टीम में जाने का एक मौका मिलेगा और हमारी दीर्घकालिक सोच यही है कि इस टीम के ज्यादातर खिलाड़ी 2026 के एशियाई खेलों और 2027 के विश्वकप तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण शिविरों के दोबारा शुरु होने पर एआईएफएफ यह सुनिश्चित करेगा कि लंबी अवधि के घरेलू शिविरों हों और मैत्री व घरेलू प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए।
महिला अंडर-17 टीम के प्रमुख कोच थॉमस डेननरबी ने कहा कि यह एक शानदार टीम है और इन्हें इस टूर्नामेंट के लिए बहुत सख्त प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने कहा कि टीम ने अलग-अलग टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था और अनुभव देने वाली प्रतियोगिताओं में शामिल हुई थी। थॉमस डेननरबी ने उम्मीद जताई कि हम 2022 विश्वकप में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। खिलाड़ियों ने केंद्रीय खेल मंत्री को अपना समय व सुझाव देने और उन्हें प्रेरित करने के लिए धन्यवाद दिया। गोलकीपर अंजलि बर्क ने कहा कि मैं निराश थी, क्योंकि अंडर-17 विश्वकप रद्द कर दिया गया था, हम लोग अंडर-20 एएफसी एशियन कप केलिए क्वालीफाई होने का इंतजार कर रहे हैं और हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। मिडफील्डर अवेका ने कहा कि हम 2022 विश्वकप में खेलने के बारे में सोच रहे हैं और हम अपने कोच और फिटनेस ट्रेनर को लगातार अपनी रिपोर्ट भेजते रहते हैं।

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