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'भारत व भूटान मित्रता एक बेजोड़ उदाहरण'

भूटान-भारत में लोगों को डिजिटल ट्रांजेक्शन से बड़ी सहूलियत

प्रधानमंत्री ने भूटान में रुपे कार्ड के चरण II का शुभारंभ किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 20 November 2020 05:05:08 PM

pm narendra modi and pm of bhutan jointly launches the rupay card

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भूटान में रुपे कार्ड चरण II का शुभारंभ किया और वर्चुअल रूपसे आयोजित समारोह में कहा है कि भारत और भूटान के विशिष्ट संबंध, हमारी विशेष मित्रता न सिर्फ दोनों राष्ट्रों के लिए अमूल्य है, बल्कि विश्व के लिए एक बेजोड़ उदाहरण भी है। प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष भूटान यात्रा को याद किया और कहा कि वह अनेक स्मृतियों से भरी पड़ी है, हमने अपने सहयोग में डिजिटल, अंतरिक्ष और उभरती तकनीकी जैसे नए क्षेत्रों को शामिल करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की थी। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में दोनों देशों के बीच विशेषकर हमारी युवा पीढ़ी के लिए ये कनेक्टिविटी के नए सूत्र होंगे। उन्होंने कहा कि भूटान यात्रा के दौरान हमने दोनों देशों के बीच रुपे कार्ड परियोजना के पहले चरण की शुरुआत की थी, इससे भारतीय नागरिकों को भारतीय बैंकों के कार्ड्स से भूटान में भुगतान करने की सुविधा मिली है। उन्होंने यह जानकर खुशी व्यक्त की कि भूटान में अबतक 11,000 सफल रुपे ट्रांजेक्शन हो चुके हैं और अगर कोविड-19 महामारी न होती तो यह आंकड़ा अवश्य ही इससे भी बहुत अधिक होता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम इस महत्वाकांक्षी परियोजना का दूसरा चरण शुरू कर रहे हैं और इसके साथ हम रुपे नेटवर्क में भूटान का एक पूर्ण साथी के तौरपर स्वागत करते हैं तथा इस उपलब्धि के लिए जिन भूटानी और भारतीय अधिकारियों ने परिश्रम किया है मैं उनका भी अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि भूटान नेशनल बैंक से जारी रुपे कार्डधारक भारत में 1 लाख से अधिक एटीएम और 20 लाख से अधिक बिक्री के अंक टर्मिनल की सुविधा उपयोग कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे भूटान के लोगों को भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थ यात्रा या फिर पर्यटन में बहुत सहूलियत रहेगी, इससे भूटान में डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्ष में भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी से करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष क्षेत्र हमारे बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण एक दूसरा क्षेत्र है, भारत ने स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग सदैव विकास के उद्देश्य की पूर्ति के लिए किया है, भारत और भूटान इस उद्देश्य को साझा करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष मैंने भूटान में साउथ एशिया सैटेलाइट के उपयोग के लिए ग्राउंड अर्थ स्टेशन का उद्घाटन किया था, इस स्टेशन की मदद से भूटान प्रसारण और आपदा प्रबंधन के लिए दक्षिण एशिया उपग्रह का और प्रभावी उपयोग कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने बाहरी स्थान के शांतिपूर्ण उपयोग में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से एक फ्रेमवर्क दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए हैं, इससे दोनों देशों की विभिन्न संस्थाओं के बीच सहयोग का मार्ग प्रशस्त होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने हाल ही में अपने अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी उद्यमके लिए खोला है, यह बहुत बड़ा रिफार्म किया है, इससे क्षमता, नवाचार और कौशल को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगले साल इसरो द्वारा भूटान की सैटेलाइट को अंतरिक्ष भेजने के लिए काम तेजी से चल रहा है, इसके लिए भूटान के चार होनहार अंतरिक्ष इंजीनियर दिसंबर में इसरो जाएंगे। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं जानता हूं कि भूटान नरेश अपने देश के विकास में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग को प्रोत्साहन देते हैं और उनका इस बारे में अपना एक विज़न है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भूटान नरेश के इस विज़न को साकार करने के लिए भारत अपना अनुभव और अपनी सुविधाएं साझा करने के लिए पूरी तरह तैयार रहेगा, इसी तरह भूटान में एक आईसीटी-सक्षम ज्ञान-आधारित समाज का निर्माण करने के उद्देश्य का भी हम समर्थन करते हैं एवं भूटान के लिए थर्ड इंटरनेशनल इंटरनेट गेटवे उपलब्ध कराने हेतु बीएसएनएल के साथ समझौता भी स्वागतयोग्य है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटान की जनता और सरकार ने कोविड के संकट से निपटने में जो धैर्य और अनुशासन दिखाया है, मैं उसका अभिनंदन करता हूं और मेरी एवं एक सौ तीस करोड़ हिंदुस्तानवासियों की तरफ से सभी के उत्तम स्वास्थ्य और सफलता की कामना करता हूं।

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