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'शाही लीची' व 'जर्दालु आम' की घर आपूर्ति

डाक विभाग और बिहार बागवानी विभाग करेंगे यह कार्य

दरवाजे तक आपूर्ति करने के लिए दोनों में हुआ करार

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 May 2020 12:36:07 PM

home supplies of 'shahi litchi' and 'jardalu mango'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को सीमित करने के लिए लॉकडाउन में लीची और आम के उत्पाद बेचने के लिए उन्हें बाज़ार तक ले जाने एवं परिवहन की परेशानियों से बचने के लिए भारत सरकार के डाक विभाग और बिहार सरकार के बागवानी विभाग ने लोगों के दरवाजों तक ‘शाही लीची’ और ‘जर्दालु आम’ की आपूर्ति करने के लिए हाथ मिलाया है। बिहार पोस्टल सर्किल ने बिहार सरकार के बागवानी विभाग के साथ मुजफ्फरपुर से शाही लीची और भागलपुर से जर्दालु आम की लॉजिस्टिक्स करने तथा इसकी लोगों के दरवाजों तक प्रदायगी करने के लिए एक करार किया है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन में लोगों के बीच इसकी आपूर्ति एक बड़ी चुनौती बन गई है, इसलिए आम लोगों की मांग पूरी करने और किसानों को उनका फल बेचने के लिए बिना किसी बिचौलिये के सीधे उनका बाज़ार उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार के बागवानी विभाग एवं भारत सरकार के डाक विभाग ने यह पहल की है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की शाही लीची और भागलपुर का जर्दालु आम अपने अनूठे स्वाद और और हर जगह मांग के कारण दुनियाभर में विख्यात है। लोग ऑनलाइन वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर आर्डर कर सकते हैं। अभी यह सुविधा शाही लीची के लिए मुजफ्फरपुर और पटना के लोगों को तथा जर्दालु आम के लिए पटना और भागलपुर के लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
लीची की ऑनलाइन बुकिंग न्यूनतम 2 किलोग्राम तथा आम की बुकिंग न्यूनतम पांच किलोग्राम तक के लिए होगी। ऑनलाइन बुकिंग तथा दरवाजों तक प्रदायगी की सुविधा उत्पादकों एवं किसानों को सीधे तौरपर इस नए बाज़ार में अच्छा लाभ अर्जित करने में मदद करेगी। ग्राहकों को भी कम कीमत पर अपने दरवाजों तक इन ब्रांडेड फलों को प्राप्त करने का लाभ मिलेगा। अभी तक वेबसाइट पर 4400 किलोग्राम लीची के लिए आर्डर दिए जा चुके हैं। सीजन के दौरान यह 100000 किलोग्राम तक जा सकता है। आमों के लिए आर्डर मई के अंतिम सप्ताह से आरंभ हो रहे हैं।

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