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कोरोना संकट में डाकिया ग्रामीणों का अवतार!

चलता-फिरता एटीएम दूरदराज के क्षेत्रों में पहुंचा रहा धन

डाक विभाग उत्तर प्रदेश में 80 हजार लोगों तक पहुंचा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 May 2020 11:56:11 AM

payment of money to divyang jan by postal employee

लखनऊ। भारतीय डाक विभाग कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश के गांवों एवं दूरदराज के क्षेत्रों में हर रोज 80 हजार से अधिक लोगों तक पैसा पहुंचाने का कार्यकर रहा है। इस प्रकार कोरोना संकट में डाकिया ग्रामीणों में जनसामान्य के लिए अवतार बन गया है। उत्तर प्रदेश के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में डाकिए और ग्रामीण डाकसेवक चलता-फिरता एटीएम बन गए हैं, उन्होंने आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से अबतक दूसरे बैंकों से 140 करोड़ रुपये से अधिक की रकम निकालकर जरूरतमंदों तक पहुंचाई है। डाक विभाग की इस सुविधा के चलते राज्य सरकार को भी काफी आसानी हुई है, इससे बैंकों में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी गई रकम घर बैठे लोग डाकिया के माध्यम से निकाल पा रहे हैं।
चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि डाक विभाग की इस पहल से वृद्धजनों, दिव्यांगों, मरीजों, अक्षम, गरीब, किसान और मजदूरों को सबसे ज्यादा राहत मिल रही है। केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी डाक विभाग की इस पहल की ट्वीट करके प्रशंसा की है। कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि डाकघर की शाखाएं देश-प्रदेश के कोने-कोने में हैं और डाक सेवाओं को आवश्यक सेवा के रूपमें रखने के बाद डाकघर सामान्यतया हर तरह की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। दवाओं की बुकिंग, डाक वितरण से लेकर पैसे पहुंचाने के लिए रोड ट्रांसपोर्ट नेटवर्क मेल वैन पूरे उत्तर प्रदेश में चल रही हैं। इस पहल की सफलता अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि डाकघर बचत खातों के जरिए इस दौरान 6,000 करोड़ रुपए से अधिक का ट्रांजेक्शन हो चुका है।
लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि घर की रसोई से लेकर खेतों तक गांव की गलियों से नदियों में नाव तक पर जाकर डाकिया लोगों को एईपीएस के माध्यम से उनके बैंकों से पैसे निकालने की सुविधा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कभी कल्पना से परे की बात थी, जिसे भारत सरकार और डाक विभाग ने अपने डाकिया नेटवर्क के माध्यम से साकार कर दिखाया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के साथ विभिन्न स्कूलों और पंचायत भवनों पर कैम्प लगाकर भी लोगों को रकम निकालने की सुविधा प्रदान की जा रही है। कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कोरोना महामारी में डाककर्मी सोशल डिस्टेंसिंग जैसी पूरी एहतियात बरतते हुए समर्पणभाव से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डाकियों के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते से दस हजार रुपये तक की रकम निकाल सकता है और इसके लिए खाताधारक से किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जाता है।

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