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Thursday 23 January 2020 05:46:14 PM
नई दिल्ली। भारत और घाना के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के मद्देनज़र घाना की राष्ट्रीय एलपीजी संवर्द्धन नीति के क्रियांवयन में सहायता देने के लिए इंडियन ऑयल ने घाना की नेशनल पेट्रोलियम अथॉरिटी के साथ समझौता किया है। गौरतलब है कि एलपीजी नेटवर्क में विस्तार करके अपने नागरिकों को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने के संबंध में भारत विश्व में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस कारण से घाना ने भी अपने यहां सुरक्षित, स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल एलपीजी को प्रोत्साहन देने के लिए भारत से सहायता मांगी है। घाना के नेशनल पेट्रोलियम अथॉरिटी और इंडियन ऑयल के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया।
भारत सरकार में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और घाना के उच्चायुक्त माइकल आरोन की उपस्थिति में एनपीए के मुख्य कार्यकारी अलहसन सुलेमान तामपुली और इंडियन ऑयल के मुख्य महानिदेशक (एलपीजी ऑपरेशंस) एलकेएस चौहान ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते का उद्देश्य पेट्रोलियम क्षेत्र में और खासतौर से एलपीजी के संबंध में दोनों पक्षों के बीच सहयोग मजबूत करना है। इसके लिए इंडियन ऑयल, एनपीए की सहायता करेगा। इंडियन ऑयल, स्वास्थ्य, सुरक्षा, पर्यावरण मानकों, लाइसेंस प्रणाली के विकास, परमिट व वैधानिक रूपरेखा, एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र के विकास, मूल्य निर्धारण तथा संचार रणनीति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में एनपीए को सहयोग प्रदान करेगा।
नई एलपीजी मूल्य श्रृंखला के लिए अवसंरचना विकास के क्षेत्र में भी इंडियन ऑयल एनपीए को मदद देगा। भारत और घाना के बीच यह समझौता भारत में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के जरिए लाखों भारतीयों को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करने के संबंध में भारत के नेतृत्व को स्वीकार करता है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, इंडियन ऑयल और भी कई तेल विपणन कंपनियों के सहयोग से सफलतापूर्वक क्रियांवित किया जा रहा है।