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मोदी सरकार में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस-गृहमंत्री

रिफार्म-परफार्म-ट्रांसफॉर्म की नीति में हिमाचल सरकार सफल

हिमाचल प्रदेश में ग्‍लोबल इंवेस्टर्स मीट की पहली सेरेमनी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 28 December 2019 02:54:15 PM

first ceremony of global investors meet in himachal pradesh

शिमला। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश-ग्‍लोबल इंवेस्टर्स मीट की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में कहा है कि उन्‍हें यह जानकर खुशी है कि हिमाचल सरकार इतने कम समय में 13 हजार करोड़ की योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल हुई। अमित शाह ने कहा कि लगभग तीन महीने पहले इंवेस्‍टर्स समिट में 85 हजार के समझौते हुए थे, जिसमें अल्‍पअवधि में ही जनकल्याणकारी योजनाओं पर 13 हजार करोड़ का इंवेस्‍टमेंट कर दिया गया है। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था 5 वर्ष के भीतर वैश्विकस्तर पर 11वें स्थान से छठे स्थान पर पहुंच गई है, जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। गृहमंत्री ने केंद्र सरकार के सुशासन मॉडल के तहत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की सुविधा के लिए उठाए गए सक्रिय प्रयासों का भी हवाला दिया। उनका कहना था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में मात्र 5 साल में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत 142वें स्थान से 63वें स्थान पर पहुंच गया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यू इंडिया का सपना देखा है, रिफार्म-परफार्म-ट्रांसफॉर्म की नीति अपनाई है, जिसे जमीन पर उतारने में हिमाचल सरकार सफल हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बात के लिए प्रयासरत है कि हिमाचल प्रदेश के युवाओं को कहीं जाना न पड़े और हिमाचल उद्योग की दृष्टि से भी मॉडल स्‍टेट बने। अमित शाह ने कहा कि कार्पोरेट टैक्स में बदलाव किया गया है और भारत विश्व में सबसे कम कॉरपोरेट टैक्स वाला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि इससे बैलेंस शीट को ताकत मिलेगी, जिससे उद्योग और ज्यादा मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि सूक्ष्‍म और मध्‍यम श्रेणी के उद्योगों को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है, जिससे यहां का युवा अंतर्राष्‍ट्रीयस्‍तर पर प्रतिस्‍पर्धा के लिए तैयार हो सके।
अमित शाह ने कहा कि यहां पनबिजली बनाने के लिए अपार संभावनाएं हैं और जलवायु परिवर्तन पर असर किए बिना विद्युत का उत्पादन हो ऐसा सरकार का लक्ष्य है। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार पहाड़ी राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है और राज्य की 69 सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूपमें वर्गीकृत किया गया है। उन्होंने मंडी में एक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के विकास एवं हिमाचल प्रदेश जैसे भौगोलिक रूपसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में तीन प्रमुख चार लेन राजमार्गों के निर्माण की बात कही। उन्होंने कहा कि अटल सुरंग राज्य की एक ऐसी ऐतिहासिक परियोजना है, जो सबसे कम समय में पूरी हुई थी।

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