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भारत-मंगोलिया बौद्ध से जुड़े 'आध्यात्मिक पड़ोसी'

मंगोलियाई राष्ट्रपति के सम्‍मान में राष्ट्रपति भवन में प्रीतिभोज

दोनों राष्ट्रपतियों ने की महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग पर बातचीत

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Saturday 21 September 2019 02:49:28 PM

mongolian president and president ram nath kovind

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगोलिया के राष्ट्रपति कोट्टमगिगीं बत्तुलगा के सम्‍मान में राष्ट्रपति भवन में प्रीतिभोज की मेजबानी की। राष्ट्रपति कोट्टमगिगीं बत्तुलगा का भारत में स्वागत करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि दस वर्ष में किसी मंगोलियाई राष्ट्रपति की यह प्रथम भारत यात्रा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा भारत-मंगोलिया द्विपक्षीय संबंधों में मील का पत्थर साबित होगी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, मंगोलिया के साथ अपने घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बहुत महत्व देता है। उन्‍होंने कहा कि भारत और मंगोलिया 'सामरिक साझीदार' ही नहीं, बल्कि अपनी साझा बौद्ध विरासत से जुड़े 'आध्यात्मिक पड़ोसी' भी हैं।
राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उन्हें इस बात का हर्ष है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में अब बुनियादी ढांचे, अंतरिक्ष और डिजिटल संपर्क जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग का विस्तार हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि दोनों देश साइबर सुरक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन, खनन और पशुपालन के क्षेत्र में भी परस्‍पर सहयोग कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का निरंतर समर्थन के लिए मंगोलिया की सराहना की। उन्होंने अंतरराष्‍ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने के मंगोलिया के फैसले की भी सराहना की। राष्‍ट्रपति ने कहा कि इससे अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में हमारी साझेदारी और मजबूत होगी एवं हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सदियों से लोगों के बीच आदान-प्रदान हमारे संबंधों का आधार रहा है, भारत के बौद्ध भिक्षु और व्यापारी शांति, सद्भाव एवं मित्रता के संदेश के साथ मंगोलिया गए, इसी प्रकार वक्‍त के साथ-साथ मंगोलियाई विद्वान और तीर्थयात्री बौद्ध अध्ययन एवं आध्यात्मिक लाभ के लिए भारत आए तथा यह परंपरा निरंतर रूपसे जारी है। उन्होंने कहा कि भारत आज बौद्ध अध्ययन में लगे लगभग 800 मंगोलियाई छात्रों की मेजबानी करने का विशेषाधिकार रखता है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार, मंगोलियाई सरकार और उनके निवासियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि दोनों देशों के नागरिकों की समृद्धि के लिए हमारी सामरिक भागीदारी को और मजबूत और विस्तारित किया जा सके।

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