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Friday 26 July 2019 02:54:09 PM
सेंट पीटर्सबर्ग/ नई दिल्ली। रूस और भारत के बीच 'विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझेदारी' को मान्यता देने और दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों के लिए भारतीय नौसेना का जहाज तरकश रूसी नौसेना दिवस परेड में भाग लेने के लिए रूस के सेंट पीटर्सबर्ग पहुंच चुका है। स्वागत समारोह के हिस्से के रूपमें रूसी नौसेना बैंड के लाइव प्रदर्शन और रूसी नौसेना के अधिकारियों द्वारा जहाज का बंदरगाह पर स्वागत किया गया। रूसी नौसेना दिवस परेड-2019 में पश्चिम नौसेना कमान एवं आईएनएस तरकश के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
रूसी नौसेना दिवस परेड में भाग लेने के अलावा दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग की समीक्षा और सहयोग के नए क्षेत्रों की तलाश के लिए फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल अजीत कुमार पी ने रूसी नौसेना के कमांडर इन चीफ से मुलाकात की। आईएनएस तरकश रूसी संघ के राष्ट्रपति द्वारा समीक्षा के लिए मोबाइल कॉलम का हिस्सा है। बंदरगाह में ठहराव के दौरान आईएनएस तरकश को लेफ्टिनेंट स्मिट एम्बैंक्मेंट पर रखा जाएगा, जो 27 जुलाई 2019 तक दर्शकों के लिए खुला रहेगा। दोनों नौसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से जहाज के चालक दल के सदस्यों ने रूसी नौसेना के साथ अपने अनुभव भी साझा किए।
कैप्टन सतीश वासुदेव के कमान वाला आईएनएस तरकश रूस के कैलिनिनग्राद में यानटार शिपयार्ड द्वारा निर्मित अत्याधुनिक टीईजी श्रेणी के युद्धक जहाजों (पी1135.6) में शामिल है। अनेक हथियारों और सेंसरों से सुसज्ज्ति आईएनएस तरकश जहाज पर 30 अधिकारियों सहित कम से कम 250 कार्मिकों से बने चालक दल के लिए इसमें जगह मौजूद है। इसमें छोटे आकार के राडार, इन्फ्रारेड, एकॉस्टिक और मेग्नेटिक सिग्नेचरों जैसी अत्याधुनिक युद्धक विशेषताएं शामिल हैं, जिनके परिणामस्वरूप दुश्मनों द्वारा समुद्र में इसका पता लगाना मुश्किल होता है।