स्वतंत्र आवाज़
word map

कश्‍मीर के बच्‍चे पीएमओ राज्यमंत्री के मेहमान

बांदीपोरा एवं सांबा के स्कूली बच्चे भारत दर्शन भ्रमण पर हैं

जितेंद्र सिंह ने बच्चों को उनके कैरियर के लिए प्रेरित किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 8 September 2018 11:48:19 AM

dr. jitendra singh in a group photograph with the students from jammu and kashmir

नई दिल्ली। जम्‍मू-कश्‍मीर के नब्बे स्‍कूली बच्‍चों के एक समूह ने दिल्ली में केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्‍यमंत्री स्‍वतंत्र प्रभार, प्रधानमंत्री कार्यालय, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्‍यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मुलाकात की। स्‍कूली बच्‍चे जम्‍मू-कश्‍मीर के बांदीपोरा और सांबा जिलों के रहने वाले हैं। इस समूह में 11 लड़कियां और 79 लड़के शामिल हैं। ये बच्‍चे जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस द्वारा आयोजित भारत दर्शन भ्रमण पर हैं। इस यात्रा के दौरान छात्रों ने आगरा का भ्रमण किया। बच्‍चों ने दिल्‍ली के कई प्रमुख स्‍थलों का भी भ्रमण किया जैसे कुतुब मीनार, लालकिला, लोटस टेंपल, इंडिया गेट आदि।
छात्र-छात्राओं से बातचीत करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में सरकार ने जम्‍मू-कश्‍मीर राज्‍य के विकास के लिए विभिन्‍न प्रयास किए हैं। उन्‍होंने राज्‍य की विभिन्‍न परियोजनाओं का उदाहरण दिया जैसे-उझ बहुउद्देशीय परियोजना, शाहपुर कांडी जलाशय परियोजना, चनाब नदी पर विश्‍व का सबसे ऊंचा रेल पुल, एम्‍स और आईआईएम की स्‍थापना आदि। उन्‍होंने कहा कि कठुआ जिले के इंजीनियरिंग कॉलेज की शुरुआत हो गई है और मेडिकल कॉलेज भी जल्‍द ही शुरू होगा। उन्‍होंने आगे कहा कि उत्तर भारत का पहला जैव प्रौद्योगिकी पार्क कठुआ जिले में स्‍थापित किया जाएगा। उन्‍होंने स्‍कूली छात्रों से जम्‍मू-कश्‍मीर के ऐतिहासिक स्‍थलों पर चर्चा की और उन्‍हें इन स्‍थलों का भ्रमण करने के लिए प्रोत्‍साहित किया। उन्‍होंने कहा कि ऐतिहासिक स्‍थलों के रखरखाव पर विशेष ध्‍यान दिया जाना चाहिए।
सामाजिक उत्तरदायित्‍व और नेतृत्‍व केंद्र के साथ समन्‍वय के तहत भारतीय सेना द्वारा प्रारंभ किए गए ‘कश्‍मीर सुपर-30’ पहल के बारे में डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह परियोजना राज्‍य के आर्थिक रूपसे कमज़ोर परंतु मेधावी बच्‍चों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्‍य से लागू की गई है, इसके तहत जेईई जैसी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी जाती है। उन्‍होंने इस बात पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की कि 2017-18 के दौरान 32 छात्र जेईई मुख्‍य परीक्षा के लिए चयनित हुए, इनमें से 7 छात्रों ने जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता प्राप्‍त की और प्रतिष्ठित आईआईटी संस्‍थानों में नामांकन का गौरव हासिल किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने इस प्रकार के भ्रमण-आयोजन के लिए जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस की सराहना की। उन्होंने बच्‍चों द्वारा भविष्‍य में किए जाने वाले प्रयासों की सफलता की कामना की।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]