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'भारत की प्रतिभाओं से आकर्षित हुई दुनिया'

पीयूष गोयल ने आईआईटी मद्रास में देखें भारत के नवाचार कौशल

'भारत का जनसांख्यिकीय लाभांश व बड़ी युवा आबादी हमारी ताकत'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 17 October 2022 04:23:20 PM

piyush goyal visited the vibrant campus of iit madras

चेन्नई। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने कहा हैकि दुनिया भारत की प्रतिभाओं की चमक से आकर्षित हो रही है, भारत दुनिया को प्रतिभा, पैमाने और कौशल का अपराजेय मेल प्रस्तुत कररहा है। उन्होंने कहाकि भारत का जनसांख्यिकीय लाभांश, बड़ी युवा आबादी एक अन्य कारक है, जो भारत की ताकत है। उन्होंने कहाकि दुनियाभर के देश आज हमारा साथ चाह रहे हैं। पीयूष गोयल ने उद्गार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास में नॉलेज पार्ट का दौरा करने केबाद छात्रों केसाथ बातचीत करते हुए व्यक्त किए। पीयूष गोयल ने कहाकि आईआईटी मद्रास का परिसर वास्तव में उत्कृष्ट है और छात्रों से भारत की विकास कहानी में नवाचार करने, भाग लेने और योगदान करने का आग्रह किया, क्योंकि हम वैश्विक मंच पर चमक रहे हैं। उन्होंने कहाकि विज्ञान विचार को वास्तविकता में बदलता है, वहीं कला आपके विचार का हिस्सा है, जो हमारी दिन-प्रतिदिन की समस्याओं के सरल समाधान लाने में भी मदद करती है।
पीयूष गोयल ने भारत की अपार नवाचार क्षमता के बारेमें कहाकि दुनिया भी वहन योग्य मूल्य पर लंबी अवधि तक चलने वाली और नई तकनीकों केसाथ जुड़ना चाहेगी और वे इसके लिए भारत की ओर हमारे नवाचारों और प्रतिभाओं के कारण देखेंगे। उन्होंने कहाकि लंबे समय तक चलने के योग्य, ऊर्जा दक्ष, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी केसाथ भारत का विनिर्माण कौशल यहां विकसित हर नवाचार और प्रौद्योगिकी केलिए एक बड़ा बाजार है। पीयूष गोयल ने कहाकि भारत एक अरब से अधिक लोगों केसाथ एक विशाल बाजार पेश करता है, जो अब टेलीविजन और स्मार्ट फोन के माध्यम से पूरी दुनिया से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहाकि भारत में आकांक्षाएं रखने वाली सबसे बड़ी आबादी है। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहाकि देश हमारे युवाओं और हमारे छात्रों के हर योगदान का आभारी रहेगा। उन्होंने कहाकि भारतमें आकांक्षाएं रखनेवाली बड़ी जनसंख्या उन्हें बड़े पैमाने पर कारगर कारोबार को हासिल करने में उनके दौरान तैयार की जारही नई तकनीकों को क्षमता देने और उत्पादित कार्य को आर्थिक रूपसे लाभदायक बनाने में मदद कर सकती है।
पीयूष गोयल ने छात्रों से एक स्पष्ट सोच और बड़ी महत्वाकांक्षा रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि जैसाकि हम आजादी के अमृतकाल में अपना रास्ता बनाते हैं, ये 25 साल भारत और उसके भविष्य को परिभाषित करने जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि एक देशके रूपमें हमारे पास बड़े असर डालने वाले निर्भीक लक्ष्य होने चाहिएं। उन्होंने कहाकि हम सभी को इस यात्रा में भाग लेने की जरूरत है, क्योंकि हम एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशामें काम करते हैं और इस लक्ष्य कीओर सामूहिक रूपसे दौड़ते हैं। पीयूष गोयल ने प्रतिभा और परिवर्तन के स्रोत आईआईटी मद्रास के जीवंत परिसर में भारत के नवाचार कौशल भी देखें। उन्होंने कहाकि नवाचार प्राथमिक सरल सोच है, जो कई प्रकार की समस्याओं के समाधान की ओर ले जाती है, जो हमारे देश और दुनिया की मदद कर सकती है एवं छात्र इन समाधानों में बहुत योगदान दे सकते हैं।

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