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एमपी से महाराष्ट्र गुजरात तक हवाई संपर्क मजबूत

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने आठ नए रूटों को हरी झंडी दिखाई

'क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाना नागरिक उड्डयन मंत्रालय का उद्देश्य'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 17 July 2021 01:56:55 PM

8 new flights launched from mp to gujarat and maharashtra

नई दिल्ली। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र और गुजरात तक हवाई संपर्क को मजबूत करने वाले 8 नए रूटों को हरी झंडी दिखाई। नागरिक उड्डयन मंत्री ने इस अवसर पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों को नई उड़ान संचालन शुरु होने पर बधाई दी और बताया कि दिल्ली-जबलपुर रूट के बीच अतिरिक्त उड़ानें भी 18 जुलाई से और खजुराहो-दिल्ली-खजुराहो के बीच अक्टूबर 2021 से शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि हम क्षेत्रीय हवाई संपर्क को मजबूत करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'उड़े देश का आम नागरिक' (उड़ान) के विजन को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने केलिए प्रतिबद्ध हैं।
स्पाइसजेट एयरलाइंस 8 नए मार्गों पर परिचालन शुरु करेगी, इनमें- ग्वालियर-मुंबई-ग्वालियर, ग्वालियर-पुणे-ग्वालियर, जबलपुर-सूरत-जबलपुर और अहमदाबाद-ग्वालियर-अहमदाबाद रूट प्रमुख हैं। ग्वालियर मध्य प्रदेश के पहले हवाई अड्डों में से एक है, जो उड़ान रूट से जुड़ा है और जहां हवाई यातायात में वृद्धि के कारण अतिरिक्त क्षेत्रीय मार्गों की शुरुआत हुई है। ग्वालियर अब उड़ान मार्गों के रूपमें बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता और जम्मू से और गैर-उड़ान मार्गों के रूपमें मुंबई, पुणे और अहमदाबाद से अच्छी तरह से जुड़ चुका है। यह शहर अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध है जैसे-ग्वालियर का किला, सासबहू मंदिर, मोहम्मद गौस का मकबरा, फूलबाग, गूजरी महल संग्रहालय, तेलीका मंदिर, ग्वालियर चिड़ियाघर, मोती महल और जय विलास पैलेस। नए हवाई रूट से ग्वालियर की कनेक्टिविटी सुधरेगी, जो इस पर्यटक शहर को महाराष्ट्र और गुजरात समेत देशभर के व्यापार केंद्रों से जोड़ेगी।
देश के मेट्रो शहरों के साथ इन मार्गों के चालू होने से टियर-2 और टियर-3 शहरों की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने केलिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय का उद्देश्य पूरा होगा। गैर-उड़ान मार्गों के रूपमें जबलपुर हवाई अड्डा, बैंगलोर, हैदराबाद, पुणे से और बिलासपुर के साथ उड़ान मार्ग के रूपमें जुड़ा हुआ है। जबलपुर मध्य प्रदेश का प्रशासनिक और शैक्षिक केंद्र है। धुआंधार फॉल्स, मदन महल किला, बैलेंसिंग रॉक, बरगी डैम, गुरुद्वारा ग्वारीघाट साहिब और डुमना नेचर रिज़र्व पार्क जैसे पर्यटक स्थलों के साथ यह शहर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है। इन मार्गों से उड़ान योजना के तहत सब उड़ें, सब जुड़ें का लक्ष्य प्राप्त होगा, इससे देशभर में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जिससे पर्यटन और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उड़ान योजना के तहत इंडिगो एयरलाइंस ने कोलकाता (पश्चिम बंगाल) और इंफाल (मणिपुर) को डिब्रूगढ़ (असम) से जोड़ने के लिए उड़ान शुरु कर दी है।
उड़ान योजना के तहत अबतक 359 मार्ग और 5 हेलीपोर्ट एवं 2 वाटर एयरोड्रोम सहित 59 हवाई अड्डों का संचालन किया जा चुका है। घरेलू यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, क्योंकि उड़ान परिवहन का एक पसंदीदा, सुरक्षित और समय बचाने वाला साधन बन गया है। मध्य प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, अहमदाबाद से सांसद डॉ किरीट सोलंकी, ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, जबलपुर के सांसद राकेश सिंह, नागरिक उड्डयन मंत्रालय में सचिव प्रदीप सिंह खरोला और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

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