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इंटरनेट से मतदान अकल्पनीय-चुनाव आयुक्त

चुनाव में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी पर चुनाव आयोग का ध्यान

टेक्नोलॉजी एस्पेक्ट ऑफ रिमोट वोटिंग विषय पर वेबिनार हुआ

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 12 August 2020 05:03:52 PM

webinar on technology aspect of remote voting

नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने तमिलनाडु ई-गवर्नेंस एजेंसी के साथ 'टेक्नोलॉजी एस्पेक्ट ऑफ रिमोट वोटिंग: एक्सप्लोरिंग ब्लॉक चेन' विषय पर वेबिनार आयोजित किया, जिसमें भारत और दुनियाभर के प्रौद्योगिकीविदों, शिक्षाविदों, नीति पेशेवरों, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भागीदार बनें। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को ब्लॉक चेन आधारित मतदान समाधान का उपयोग करने का प्रारंभिक विचार 30 अक्टूबर 2019 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास में अपनी यात्रा के दौरान प्रारंभिक चर्चा के दौरान आया था। वेबिनार में चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मुख्य भाषण दिया। उन्होंने चुनाव में ज्यादा से ज्यादा 'चुनावी समावेशिता' को सुनिश्चित करने के महत्व पर बल दिया।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि भौगोलिक बाधाओं के कारण मतदाताओं की बड़ी संख्या अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर रही है, यह बात सामने आती है कि व्यवसाय, शिक्षा, चिकित्सा उपचार या अन्य कारणों से मतदाता अपने वर्तमान पंजीकरण निवास स्थान वाले मतदाता सूची से कहीं अलग रहते हैं। सुनील चंद्रा ने कहा कि प्रौद्योगिकी आधारित समाधान तैयार करने के लिए प्राथमिक विचार सभी हितधारकों के विश्वास को प्रेरित करने, चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को सुनिश्चित करने और मतपत्र की गोपनीयता और योग्यता को सुनिश्चित करने की क्षमता होनी चाहिए। उन्होंने महसूस किया कि राजनीतिक दलों को यह आश्वस्त करने की भी आवश्यकता है कि यह प्रणाली छेड़छाड़ रहित और सुरक्षित है। सुनील चंद्रा ने दूरदराज क्षेत्रों में मतदान के संदर्भ में कहा कि यह पारंपरिक मतदान केंद्र से प्रस्थान करता है, जो केवल एक भौगोलिक क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
सुनील चंद्रा ने कहा कि दूरस्थ मतदान परियोजना अपने निर्दिष्ट मतदान केंद्रों से दूर रहने वालों के लिए सुरक्षित मतदान करने के लिए उन मतदाताओं को सक्षम बनाने की आकांक्षा रखती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करके चुनाव आयोग को दूरदराज के इलाकों में मतदान के लिए मॉडल तैयार करने में मदद मिलेगी, जोकि ज्यादा समावेशी और सशक्त होगा। वेबिनार में वक्ताओं ने ब्लॉक चेन प्रौद्योगिकी के वैश्विक अनुभव, मापक्रमणीयता की संभावनाओं, डेटा गोपनीयता और व्यवस्थापन के मुद्दे, डेटा सुरक्षा, प्रमाणीकरण और सत्यापनता पर ध्यानाकर्षित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोग द्वारा इंटरनेट के माध्यम से घर पर रहकर मतदान करने की कल्पना नहीं की जा रही है।
वेबिनार को भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन, आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना, आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर भास्कर राममूर्ति, ग्लोबल ब्लॉकचेन बिजनेस काउंसिल के सीईओ सैंड्रा रो, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ट्रस्टेड ब्लॉकचेन एप्लीकेशंस के सदस्य मोनिक बचनर, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ट्रस्टेड ब्लॉकचैन एप्लिकेशन के सदस्य इस्माईल एरिबास और कुनफुड स्पेनिश चैप्टर ऑफ गवर्नमेंट ब्लॉकचैन एप्लिकेशन के अध्यक्ष ने भी संबोधित किया। वेबिनार को निर्वाचन आयोग के आईटी डिवीजन के प्रभारी, उप निर्वाचन आयुक्त एसएच आशीष कुंद्रा द्वारा दूरदराज के इलाकों में मतदान के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हितधारकों के साथ एक व्यापक परामर्श अभ्यास के रूपमें बुलाया गया था।

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