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रेलवे की महिला एसआई की पासिंग आउट परेड

रेलवे सुरक्षा बल में विभिन्न जोनल से शामिल हुईं महिला एसआई

इंडोर और आउटडोर विषयों में 9 महीने का कठोर प्रशिक्षण लिया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 11 August 2020 03:15:29 PM

passing out parade of women si of railways

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे सुरक्षा बल के प्रशिक्षण केंद्र मौला-अली में रेलवे के विभिन्न जोनल से 83 महिला सब-इंस्पेक्टर कैडेट (बैच नंबर 9ए) की भव्य पासिंग आउट परेड हुई। इस अवसर पर चंचल शेखावत को ‘बेस्ट कैडेट’ एवं ‘इंडोर में सर्वश्रेष्ठ’ और स्मृति बिस्वास को ‘बेस्ट इन आउटडोर’ चुना गया। परेड की कमान चंचल शेखावत ने संभाली। दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गजानन माल्‍या ने परेड को संबोधित करते हुए महिला सब-इंस्पेक्टरों को रेलवे की संपत्ति और रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए समर्पण भाव के साथ कार्य करने और अपने कर्तव्‍यों का निर्वहन करने को कहा। गजानन माल्‍या ने सभी रेलवे जोनल का आह्वान किया कि वह समाज के कमजोर तबकों, महिलाओं एवं बच्‍चों पर विशेष फोकस करे, क्‍योंकि महिलाओं एवं बच्‍चों की तस्‍करी बढ़ी है।
दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गजानन माल्‍या ने उल्‍लेखनीय कार्यप्रदर्शन के लिए महिला एसआई कैडेटों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्‍य के लिए मंगलकामनाएं कीं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि महिला एसआई अत्यंत प्रोफेशनल ढंग और करुणाभाव से अपने कर्तव्यों का पालन करेंगी। गौरतलब है कि रेलवे सुरक्षा बल की सब-इंस्पेक्टर कैडेटों को रेलवे में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए इंडोर और आउटडोर विषयों में 9 महीने तक कठोर प्रशिक्षण दिया गया है और अंतिम परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने आकर्षक परेड में भाग लिया तथा शपथ लेने के बाद वे रेलवे सुरक्षा बल की सदस्य बन गई हैं। परेड कोरोना महामारी से संबंधित सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के साथ-साथ सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करते हुए आयोजित की गई थी।
रेलवे सुरक्षा बल देश के सर्वोत्तम सुरक्षा बलों में से एक है। यह बल देश में रेलयात्रियों की सुरक्षा, रेलवे की सम्पत्तियों की रक्षा तथा देश विरोधी गतिविधियों में रेलवे सुविधाओं के इस्तेमाल की निगरानी करता है। यह एक केंद्रीय सैन्य सुरक्षा बल है, जो पैरा मिलिट्री फोर्स के रूपमें भी जाना जाता है, इसे दोषियों को गिरफ्तार करने, जांच पड़ताल करने एवं अपराधियों के विरूद्ध मुकदमा चलाने का अधिकार होता है। यह आरपीएफ के नाम से जाना जाता है और यह सुरक्षा बल भारतीय रेल मंत्रालय के अधीन होता है।

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