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Wednesday 12 February 2020 03:41:48 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल नई दिल्ली में नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के संबंध में बिम्सटेक (बहु-क्षेत्रीय तकनीक और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) सहयोगी देशों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। काठमांडू में 2018 में चौथे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता का अनुसरण करते हुए नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। माना जा रहा है कि यह मंच सभी सदस्य देशों को मादक पदार्थों की तस्करी से बढ़ते खतरों और बिम्सटेक देशों की सर्वोत्तम प्रथाओं से सीख लेकर इन खतरों को समाप्त करने के लिए आवश्यक सामूहिक कदमों के बारे में सभी देशों को बातचीत करने का अवसर प्रदान करेगा। प्रत्येक बिम्सटेक राष्ट्र के प्रतिनिधियों को सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा केंद्र और राज्य की विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों और हितधारकों को भी आमंत्रित किया गया है।
मादक पदार्थों के बदलते परिदृश्य में एशियाई देश ड्रग ट्रैफ़िकिंग से प्रभावित हो रहे हैं, दक्षिण एशियाई और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच महत्वपूर्ण कड़ी इस वैश्विक खतरे से निपटने के लिए सबसे प्रभावी प्लेटफार्मों में से एक है। बिम्सटेक एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसमें बंगाल की खाड़ी के बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड के अलावा कई सदस्य देश शामिल हैं, जो क्षेत्रीय एकता का निर्माण करते हैं। समूचे बिम्सटेक क्षेत्र की साझा समृद्धि और आर्थिक विकास के लिए बंगाल की खाड़ी के जरिए क्षेत्रीय समुद्री कनेक्टिविटी और व्यापार जरूरी है। हालांकि बिना किसी बाधा के समुद्री पहुंच प्रदान करते समय, समुद्री और तटीय क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एक खतरा हैं। इस तरह की चुनौतियों में सबसे प्रमुख समुद्र के रास्ते मादक पदार्थों की तस्करी, यह समुद्र में सहयोगी प्रयासों की आवश्यकता है, जिसमें इस खतरे से निपटने के लिए भागीदार देशों के बीच संचालन और सूचना साझा करने में प्रभावी समन्वय को और मजबूत करना शामिल है।
नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो ने मेटामफेटामाइन (1156 किलोग्राम और 371 किलोग्राम) की हालिया बरामदगी इस तथ्य को साबित करती है कि बंगाल क्षेत्र की खाड़ी मादक पदार्थों की तस्करी से प्रभावित है। एनसीबी नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अधिनियम के तहत केंद्र सरकार की शक्तियों और कार्यों का उपयोग करने के लिए सर्वोच्च एजेंसी है और भारत में ड्रग कानून प्रवर्तन से संबंधित मामलों के लिए नोडल एजेंसी भी है। यह देश में ड्रग कानून प्रवर्तन से संबंधित केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न एजेंसियों से समन्वय और कार्रवाई करता है और मादक द्रव्यों के सेवन से संबंधित मामलों में है। इसके अलावा एनसीबी नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक पदार्थों से संबंधित सभी मामलों में अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर भारत सरकार की नोडल एजेंसी है।