स्वतंत्र आवाज़
word map

देश में अच्छा अनुसंधान हो-जावड़ेकर

'प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप योजना को प्रभावी बनाएंगे'

लखनऊ में दैनिक जागरण कुलपति फोरम उत्तर प्रदेश

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 28 September 2016 01:58:20 AM

prakash javadekar

लखनऊ। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम ‘जागरण कुलपति फोरम-उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षाः वर्तमान और भविष्य’ में शिरकत करते हुए विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से अपील की कि देश की संपन्नता अच्छे रिसर्च और नवीन खोजों से ही संभव है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही लोगों को घरों में अच्छे शिक्षकों से पढ़ने का अवसर मिलेगा, ऐसा संभव होगा डीटीएच और केबल टीवी के माध्यम से। उन्होंने कहा कि इसमें कोई भी शिक्षक यदि किसी एक विषय में अच्छा है तो उसे भी पढ़ाने का अवसर मिलेगा, साथ ही छात्रों को भी अच्छे शिक्षकों का मार्गदर्शन मिल सकेगा, इसके लिए डीटीएच और केबल टीवी आपरेटर्स ने भी रुचि दिखाई है।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चाहते हैं कि देश में अच्छा अनुसंधान हो, इसके लिए हम प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप योजना को प्रभावी बनाएंगे, जिससे देश के प्रतिभावान अनुसंधानकर्ता विदेश न जाकर यहीं पर नवीन खोजों को अंजाम दे सकें। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे जवान देश है और यहां के लोगों में दक्षता बहुत है, लेकिन हम अपने देश में मेधा को इसलिए नहीं रोक पाते कि उन्हें देश में वह चुनौती नहीं मिल पाती है, जो विदेशों में मिल जाती है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए हम उच्चतर अनुष्ठान और औद्योगिक इकाइयों को जोड़ेंगे, आने वाले 3 साल में 20 हजार करोड़ रुपयों की सहायता से हाई क्लास रिसर्च इंफ्रास्ट्रक्चर देश में तैयार किए जाने की योजना है, साथ ही प्रयास है कि विदेशों में बसी भारतीय मेधा न सिर्फ भारत वापस आए, बल्कि यहां निवेश भी करे, जिससे मेक इन इंडिया के माध्यम से रिसर्च के लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा सके।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज विश्व के सारे बड़े शोधों में शामिल टीमों में भारतीय हैं, लेकिन भारत के नाम पेटेंट्स नहीं हो रहे। उन्होंने कहा कि अच्छे विश्वविद्यालयों को अपने आसपास के गांवों के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को अपने संस्थान में हफ्ते दो हफ्ते के लिए बुलाना चाहिए और उन्हें सही से विकसित करने में मदद भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा की भलाई के लिए शिक्षकों और छात्रों में अच्छा संवाद हो, केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है कि देश में नवीन खोजों के लिए एक बेहतर वातावरण बने व यहां पर आधुनिक लैब हों और अगर हम सिलेबस को आधुनिक नहीं करेंगे तो अच्छी शिक्षा कैसे दे पाएंगे? प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि शैक्षिक संस्‍थानों को स्वायत्ता देने के लिए राष्ट्रीय नीति बनाई जाएगी, ताकि अच्छे संस्थान और ज्यादा अच्छा करने के ‌लिए स्वतंत्र हों। उन्होंने बताया कि एचआरडी ने कुछ फैसले किए हैं, जैसे केंद्रीय विद्यालय परिसरों को वाईफाई से लैस किया जा रहा है।
हाल ही में उरी में हुई 18 सैनिकों की शहादत को याद करके केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि एक सैनिक की शहादत के बाद मैंने उसकी मां को बोलते सुना कि ये तो बेटे के सेना में जाने के बाद से ही एहसास था कि कभी भी शहादत हो सकती, लेकिन ये दुख हुआ कि वो सोते हुए मर गया, अगर बंदूक हाथ में लेकर मरता तो अच्छा होता। उन्होंने कहा कि ये एक मां का कथन था, इसी भांति अगर हम सब मिलकर शिक्षा के विकास की ठानें तो बहुत जल्द हम भी देश में रिसर्च के क्षेत्र में अच्छे परिणाम दे सकते हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री महेंद्रनाथ पांडे भी उपस्थित थे, जिन्होंने कहा कि प्राइवेट शिक्षा के स्तर के लिए मानक तय होने चाहिएं और हम इनको नई शिक्षा नीति में लाने का प्रयास करेंगे। फोरम को राज्यपाल राम नाईक ने भी संबोधित किया और इस बात पर चिंता जताई कि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पचास प्रतिशत तक शिक्षकों के पद खाली हैं और महाविद्यालयों की स्‍‌थापना एक व्यापार बन गई है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]