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'खाद्य सुरक्षा हर किसी की जिम्मेदारी'

एफएसएसएआई का खाद्य सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम

बाजार संघों व व्यापारियों को अभियान में शामिल किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 10 April 2024 11:23:39 AM

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नई दिल्ली। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण यानी एफएसएसएआई ने खाद्य सुरक्षा विभाग दिल्ली के सहयोग से राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख बाजारों को लक्षित करते हुए एक व्यापक जागरुकता और संवेदीकरण कार्यक्रम शुरू किया है। दिल्ली के लोकप्रिय खान मार्केट और आईएनए मार्केट से शुरू होने वाला यह जागरुकता अभियान विशेष रूपसे खाद्य उत्पादों में कीटनाशक अवशेषों एवं दूषित पदार्थों का पता लगाने और उसमें कमी लाने पर ध्यान केंद्रित है। बाजार संघों और व्यापारियों को अभियान में सक्रिय रूपसे शामिल किया गया है और मुख्य रूपसे फलों एवं सब्जियों में कीटनाशक अवशेषों के हानिकारक प्रभावों और उनके परीक्षण के महत्व पर शिक्षित किया गया।
बाजार संघों और व्यापारियों को एफएसएसएआई की अग्रणी पहल फूड सेफ्टी ऑन व्हील मोबाइल लैब से परिचित कराया गया, जो विभिन्न त्वरित परीक्षण किटों से सुसज्जित है एवं विभिन्न खाद्य मैट्रिक्स अर्थात फलों और सब्जियों, दूध व अनाज में लगभग 50 कीटनाशक अवशेषों का पता लगाने में सक्षम है। इन परीक्षणों के परिणाम कुछही घंटों में उपलब्ध हो जाते हैं, जिससे खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने केलिए त्वरित कार्रवाई की सुविधा मिलती है। व्यापारियों को त्वरित परीक्षण केलिए इस संसाधन का उपयोग करने और बाजार में बेचे जानेवाले उत्पादों की सुरक्षा एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने केलिए प्रोत्साहित किया गया। बाजार संघों और व्यापारियों को एफएसएसएआई लाइसेंस या पंजीकरण प्राप्त करने की आवश्यकता और खाद्य सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करने जैसे खाद्य सुरक्षा से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला के बारेमें जागरूक किया गया। व्यापारियों को ट्रेसेबिलिटी और अनुपालन सुनिश्चित करने केलिए विशेष रूपसे एफएसएसएआई लाइसेंस प्राप्त/ पंजीकृत विक्रेताओं से कच्चा माल प्राप्त करने केलिए प्रोत्साहित किया गया।
खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान खाद्य उत्पादों की सुरक्षा और गुणवत्ता की गारंटी केलिए कच्चे माल के परीक्षण के महत्व पर जोर दिया गया। लोगों केबीच अस्वीकृत रसायनों का उपयोग करके फलों और सब्जियों को कृत्रिम रूपसे पकाने और मोम कोटिंग तथा जैविक खेती की भूमिका के बारेमें जागरुकता पैदा की गई। कार्यक्रम में लोगों को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में खाद्य उत्पादों केलिए परीक्षण प्रयोगशालाओं की उपलब्धता के बारेमें बताया गया। कार्यक्रम में 'खाद्य सुरक्षा हर किसीकी जिम्मेदारी है' के मंत्र केसाथ खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया गया और स्वस्थ भारत को बढ़ावा देने में खाद्य आपूर्ति श्रृंखला में प्रत्येक हितधारक की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व पर भी जोर दिया गया। गौरतलब हैकि देश में शीर्ष खाद्य नियामक के रूपमें एफएसएसएआई देशभर में मजबूत खाद्य सुरक्षा प्रोटोकॉल के कार्यांवयन के जरिए सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा केलिए प्रतिबद्ध है।

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