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देशभर में मनाया गया श्रम दिवस

कहीं योजनाएं लागू तो कहीं मजदूरों की रैलियां

श्रमिकों की भूमिका पहचानें और उसे नमन करें

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 2 May 2015 06:10:05 AM

labor day

नई दिल्ली। भारत सहित पूरी दुनिया में मई दिवस के रूप में श्रम दिवस मनाया गया। इस मौके पर देशभर में श्रम के प्रति अनेक जागरूक कार्यक्रम हुए, रैलियां निकाली गईं और विभिन्न सरकारों ने मजदूरों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मई दिवस पर देश के कर्मियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने बधाई संदेश में कहा कि मई दिवस पर मेरी देश के सभी कर्मियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि मई दिवस 'श्रम दिवस' या 'अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस' के रूप में भी जाना जाता है, इस अवसर पर हम अपने कर्मियों के समाज की प्रगति, समृद्धि तथा खुशहाली में दिए योगदान को नमन करते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उत्पादन में वृद्धि और हमारी अर्थव्यवस्था में रहन-सहन के जो उच्च मानक हासिल किए हैं, वह हमारे प्रिय श्रमिकों के अथक प्रयासों के बिना संभव नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आओ राष्ट्र की तेजी से सामाजिक-आर्थिक प्रगति में अपने श्रमिकों की महत्‍वपूर्ण भूमिका को पहचानें और उसे नमन करें।
पूर्वी लद्दाख में चुशूल सेक्‍टर में अंतर्राष्‍ट्रीय श्रम दिवस पर चीन की तरफ एक रस्‍मी सीमा कार्मिक बैठक (बीपीएम) का आयोजन किया गया। शिष्‍टमंडल का नेतृत्‍व भारत की ओर से ब्रिगेडियर जेकेएस विरक और चीन की ओर से सीनियर कर्नल फांजुन ने किया। भारत-चीन शिष्‍टमंडलों के नेताओं ने अपने विचार व्‍यक्‍त किए और शुभकामनाओं का आदान प्रदान किया। दोनों तरफ से सीमा पर शांति बनाए रखने और परस्‍पर संबंधों में सुधार लाने की इच्‍छा प्रकट की गई। दोनों पक्षों ने आपसी संधियों और समझौतों का सम्‍मान करने की वचनबद्धता भी व्‍यक्‍त की।
लखनऊ में श्रम दिवस पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि श्रमिक वर्ग ही विकास की बुनियाद है, बड़ी-बड़ी इमारतों, सड़क, पुल व कारखानों सहित तमाम विकास परियोजनाएं मजदूरों की मेहनत और पसीने की देन हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की समाजवादी सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए गंभीर है और इस मकसद से अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया और श्रम कल्याण की अनेक योजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए मध्याह्न भोजन सहायता योजना का शुभारंभ किया, जिसके तहत मजदूरों को दोपहर का सस्ता भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। मध्याह्न भोजन सहायता योजना मजदूरों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने की एक अनूठी योजना है। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय योजना का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के कार्यालय भवन का शिलान्यास तथा श्रम विभाग के कार्यों की जानकारी देने वाली एक पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने सेवायोजन विभाग के वेबपोर्टल sewayojan.org का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सहायता राशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवासीय विद्यालय योजना के तहत मजदूरों के बच्चों के लिए बड़े पैमाने पर स्कूल भवन स्थापित किए जाएंगे और इनमें हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने श्रम विभाग के कर्मियों की मांगों के संबंध में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन भी दिया और मृतक किसानों के परिजनों को कृषक दुर्घटना बीमा योजना तथा खलिहान दुर्घटना बीमा योजना के तहत सहायता राशि के चेक प्रदान किए।
नई दिल्ली में मजदूर दिवस पर मानव अधिकार एवं भ्रष्टाचार उन्मूलन संघ ने आनंद वाटिका जीटीबी नगर दिल्ली में मजदूर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता मानव अधिकार एवं भ्रष्टाचार उन्मूलन संघ के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह स्वतंत्र ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लक्ष्मण सिंह स्वतंत्र ने कहा कि मजदूरों के संरक्षण और अधिकारों की दुहाई देने के लिए अनेक योजनाएं हैं, पर ज़मीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत है, तपती धूप में दिन भर पसीना बहाने वाले मजदूर आज भी मजदूर दिवस से अनजान हैं, उन्हें श्रमिकों के हित में लागू शासन की योजनाओं की जानकारी भी नहीं है, सुबह से शाम तक मेहनत के बाद मिलने वाली मजदूरी से ही वे अपना व परिवार का गुजारा चला रहे हैं, मजदूरों के मेहनत से पूंजीपति तो दिन रात प्रगति कर रहे हैं, लेकिन मजदूर जहां था, वहीं खड़ा है। उन्होंने कहा कि मजदूर दिवस की सार्थकता तभी है, जब इनका संरक्षण हो और अधिकारों की रक्षा भी हो।
आम आदमी पार्टी के नेता रामकुमार सिसोदिया ने कहा कि आखिर देश में श्रम कानूनों के निर्माण की महत्ता क्या थी, वे बनाए ही क्यों गए थे, क्या अब उनका कोई मतलब नहीं रह गया है, आखिर विदेशी कंपनियों को ये कानून खतरा क्यों लग रहे हैं? उन्होंने कहा कि दरअसल कंपनियों की सारी आपत्ति शोषण के विरुद्ध उठने वाली हर आवाज़ है, वे उसे खत्म करना चाहती हैं, इसके लिए उन्होंने इस चुनाव में नरेंद्र मोदी को चुन लिया है, शायद यही वजह है कि नरेंद्र मोदी उनके इशारों पर नाच रहे हैं। मजदूर नेता सरदार जगजीत सिंह का कहना था कि मजदूरों के कल्याण के लिए तो सरकार के पास योजनाओं की कमी नहीं है, लेकिन मजदूरों को आज भी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है और उनकी स्थिति दयनीय है। इस अवसर पर रजनीश ठाकुर, एस पांडे, बृजमोहन, पवन, लोकेश मास्टर, नरेश, रामानुज सिंह, सुंदरम, राजेश गिलडा भी मौजूद थे।

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