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एक खूबसूरत त्रासदी छायाकृति है "जल"

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Friday 22 November 2013 08:08:56 AM

girish malik

पणजी। “जल” के निर्देशक गिरीश मलिक आज यहां प्रेस से मिले। उनका साथ जल के पात्र पूरब कोहली और कीर्ति कुल्हारी ने दिया। इस अवसर पर फिल्म के निर्माता पुनीत सिंह भी उपस्थित थे। मीडिया से गिरीश मलिक ने कहा कि दुनिया के सामने जल का सवाल है और पूरी दुनिया में इस पर चर्चा हो रही है। भारत में भी इस पर कई कहानियां कही गयी हैं।
उन्होंने कहा कि फिल्म “जल” पानी के बारे में प्रवचन नहीं करती है। उन्होंने जोड़ा कि वास्तव में यह पानी के बारे में महसूस करने और उस पर प्रतिक्रिया देने को विवश करते हुए समाप्त होती है। निर्देशक ने कहा कि आप या तो एक अच्छी फिल्म बनाते हैं अथवा एक खराब फिल्म बनाते हैं, मैं एक मनोरंजन फिल्म और एक कला फिल्म में अतंर नहीं करता हूं।
जल बनाने पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि यह फिल्म शेक्सपियर अंदाज की एक खूबसूरत त्रासदी छायाकृति है और प्रशंसा हमें यह महसूस करवाती है कि हमारे नजरिये पर भी किसी ने विश्वास किया है। फिल्म में सुविचारित जल भविष्य वक्ता की भूमिका निभाने वाले पूरब कोहली, जो कि यह जानते हैं कि मरुस्थल में कैसे पानी पाया जाता है, ने कहा कि जिस प्रकार फिल्म को यहां प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है वह फिल्म की सफलता की आशा जगाता है।

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