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'भारत-फ्रांस की दोस्ती पर बन रही फिल्म'

आईएफएफआई में हुई फ्रांस की फिल्मों की भव्य स्क्रीनिंग

फ्रांसीसी राजदूत का फ्रांस में निर्बाध शूटिंग का आश्वासन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 22 November 2022 03:07:46 PM

french ambassador

पणजी। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 53वें संस्करण में फ्रांस की फिल्मों की स्क्रीनिंग आईनॉक्स गोवा में इमैनुएल कैरेरे की 'बिटवीन टू वर्ल्ड्स' की स्क्रीनिंग केसाथ हुई। गौरतलब हैकि 53वें इफ्फी में फ्रांस 'कंट्री ऑफ फोकस' है। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन, मुंबई में फ्रांस के महावाणिज्यदूत जीन मार्क सेरे शार्लेट, शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के काउंसलर और फ्रेंच इंस्टीट्यूट इंडिया के निदेशक इमैनुएल लेब्रन डेमियंस, फ्रांसीसी दूतावास के प्रतिनिधिमंडल और गणमान्य लोगों केसाथ उपस्थित थे। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की अपर सचिव नीरजा शेखर ने इस वर्ष की पहली कंट्री फोकस फिल्म के उद्घाटन समारोह में फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का अभिनंदन किया।
फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने फ्रांसीसी फिल्म प्रतिनिधिमंडल का परिचय दिया, जो उनके पूर्वजों पर एक फिल्म बना रहे हैं, जो नेपोलियन की सेना में अधिकारी थे और वाटरलू की लड़ाई में हार केबाद भारतीय शासकों को अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में मदद केलिए भारत आए थे। इमैनुएल लेनैन ने कहाकि यह फिल्म भारत-फ्रांस केबीच लंबे समय से चली आ रही दोस्ती को दर्शाएगी। राजदूत ने कहाकि इफ्फी में कंट्री ऑफ फोकस के तौरपर फ्रांस को आमंत्रित किया जाना उनके लिए बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने कहाकि हम दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाजार को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने इस वर्ष गोवा में महोत्सव में उनकी भागीदारी से उभरने वाली नई परियोजनाओं केबारे मेंभी आशा व्यक्त की। फ्रांसीसी राजदूत ने कहाकि हमें लगता हैकि भारत की तरह हमभी सिनेमा के एक बड़े राष्ट्र हैं, जहां हर साल 300 से अधिक फिल्में बनती हैं। उन्होंने कहाकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म उद्योग होने के नाते वे फिल्मों केलिए एकसाथ काम करना चाहते हैं और एकसाथ सहनिर्माण करना चाहते हैं।
राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहाकि फ्रांस में सहनिर्माण एक प्राथमिकता है और वे सहनिर्माण को प्रोत्साहित करने केलिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहाकि वे चाहते हैंकि फ्रांस में और अधिक फिल्मों की शूटिंग की जाए, क्योंकि इससे वे भारत में दर्शकों को अपना देश दिखाने में सक्षम होंगे। उन्होंने फ्रांस में शूटिंग को निर्बाध बनाने में मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहाकि फ्रांस में अच्छे फिल्म निर्माण और एनिमेशन स्कूल हैं। सिनेमा में फ्रांस और भारत केबीच संबंध पर बोलते फ्रांस के राजदूत ने लुमिएरे ब्रदर्स के योगदान का उल्लेख किया, जिन्हें फिल्म उद्योग का आविष्कारक माना जाता है और वे 1896 में मुंबई आए और उनकी पहली मुंबई के फिल्म वॉटसन होटल में दिखाई गई थी। उन्होंने लंचबॉक्स, सर और अन्य जैसी इंडो-फ्रेंच संयुक्त निर्माण वाली फिल्मों का उल्लेख किया, जिसने उत्कृष्ट सफलताएं हासिल की थीं। उन्होंने 2023 ऑस्कर में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि छेलो शो का भी उल्लेख किया, जो एक भारत-फ्रांसीसी सहनिर्माण की फिल्म है।

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