स्वतंत्र आवाज़
word map

भारत भगवान बुद्ध की भूमि-राज्यमंत्री

बौद्ध तीर्थयात्रियों के आगमन का प्रतिशत बहुत कम

बौद्ध स्‍थलों के विकास सवंर्धन के लिए कई पहलें

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 18 July 2020 06:13:09 PM

prahlad singh patel addresses a webinar on promoting buddhist pilgrimages

नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा है कि पर्यटन मंत्रालय ने देश में बौद्ध स्‍थलों के विकास और सवंर्धन के लिए कई पहल की हैं। प्रहलाद सिंह पटेल ने 'एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूअर ऑपरेटर्स' के'क्रॉस बॉर्डर टूरिज्म' पर आयोजित वेबिनार के उद्घाटन पर भगवान बुद्ध के जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण स्थलों का उल्‍लेख किया और कहा कि भारत भगवान बुद्ध की भूमि है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में बौद्ध धर्म के अनुयायियों की संख्‍या बहुत अधिक है, भारत बौद्ध विरासतों के मामले में काफी संपन्‍न है, लेकिन इसके बावजूद यहां विदेशों से आने वाले बौद्ध तीर्थयात्रियों का प्रतिशत बहुत कम है। उन्‍होंने कहा कि ऐसे में इसकी वजह को समझना होगा और तद्नुसार सुधारात्मक उपाय करने होंगे।
राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने अपनी विभिन्न योजनाओं के तहत देश में बौद्ध स्थलों के विकास और संवर्धन के लिए कई पहल की हैं। उन्‍होंने इस संदर्भ में देश के महत्वपूर्ण बौद्ध स्थलों पर चीनी भाषा के साथ ही कई अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में साइन बोर्ड लगाने की सरकार की पहल का जिक्र किया। इस तरह के साइन बोर्ड उत्तर प्रदेश के सारनाथ, कुशीनगर और श्रावस्ती सहित 5 बौद्ध स्थलों एवं स्मारकों में लगाए गए हैं। इसी तरह श्रीलंका से बड़ी संख्‍या में बौद्ध यात्रियों एवं पर्यटकों के आगमन वाले स्‍थल मध्यप्रदेश के सांची में सिंहली भाषा में साइन बोर्ड लगाए गए हैं। पर्यटन और संस्कृति राज्‍यमंत्री ने भारत सरकार के उत्तर प्रदेश के कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने के फैसले पर प्रकाश डाला।
पर्यटन राज्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों को भारत आने-जाने के लिए बेहतर संपर्क सेवा मिल सकेगी, जिससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन और क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूअर ऑपरेटर्स ऐसे टुअर ऑपरेटरों का संगठन है, जो भारत में मौजूद बौद्ध तीर्थ और पर्यटक स्‍थलों के लिए इनबाउंड टूअर आयोजित करते हैं। इस संगठन के देश-विदेश में 1500 से ज्‍यादा सदस्‍य हैं। वेबिनार में अन्‍य लोगों के अलावा संयुक्तराष्ट्र शांति सेना परिषद, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम के यात्रा और आतिथ्‍य सेवा क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भी हिस्‍सा लिया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]