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भारत में खत्म हुआ सानिया मिर्जा का 'खेल'!

विशेष संवाददाता

सानिया मिर्जा - शोएब मलिक-sania mirza-shoaib malik

हैदराबाद। भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की पाकिस्तान के प्रतिबंधित सट्टेबाज क्रिकेट खिलाड़ी शोएब मलिक से शादी? सचमुच सबको चौकाने वाली इस सच्ची ख़बर से मिनटों में सानिया मिर्जा, भारतीयों की नज़रों से गिर गई है। जिस सानिया मिर्जा को भारतीय लोग भारत की बेटी, भारत की शान, भारत का स्वाभिमान, भारत की विश्व विख्यात टेनिस सनसनी कहकर, उसे खूबसारा प्यार दुलार देकर, उसका उत्साहवर्द्धन करते थे, जो विदेशों में भारतीय खिलाड़ियों की टुकड़ियों के आगे भारतीय ध्वज हाथ में लेकर उनका प्रतिनिधित्व करती थी, जिसकी निष्ठा पर थोड़ा भी बकवास करने वालों की भारत में खैर नहीं रही, वह सानिया मिर्जा अब पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी शोएब मलिक की पत्नी होगी और अब आगे खेलने पर पाकिस्तान का झंडा लेकर चलेगी, उसे भारतीयों से नफरत प्रकट करते हुए वहां के नियम कानून धर्म और परंपराओं के हिसाब से चलना होगा। वह चाहकर भी भारत के बारे में अच्छा नहीं सोच सकेगी। उसके लिए भारत पराया देश और नफरत वाला देश होगा। जहां तक उसकी आज़ादी का प्रश्न है तो वह वहां उसके लिए गुजरे जमाने की बात होगी। भारत की महिला मुस्लिम प्रतिभाओं और लड़कियों की पाकिस्तानियों से शादी के हश्र से बेखबर सानिया मिर्जा, अल्लाह के करम से पाकिस्तान में खुश और सुखी रहे, उसे इज्जत भी मिले, लेकिन पाकिस्तान का इतिहास बताता है कि हिंदुस्तान से वहां इस तरह की जितनी भी प्रतिभाएं गईं हैं,  एक समय बाद उनके शारीरिक यातनाओं के लोमहर्षक किस्से दुनिया में गूंजते रहे हैं।
सानिया मिर्जा से भारतीय जन मानस में सवाल पूछा जा रहा है कि बीस करोड़ भारतीय मुसलमानों में उसे अपनी पसंद का दूल्हा नहीं मिला? ऐसा करके सानिया मिर्जा ने भारतीयों को क्या संदेश देना चाहा है? अब यह भी सवाल आया है कि एक भारतीय मुसलमान युवक शोहराब से अपनी मंगनी करने के बाद सानिया मिर्जा ने बेरहमी से उस रिश्ते को तोड़ दिया, किसके लिए? एक पाकिस्तानी के लिए? उसके नए पाकिस्तानी दूल्हे शोएब मलिक का कहना है कि सानिया मिर्जा उनके यहां खुश रहेंगी और इंशाअल्लाह सन् 2012 के ओलंपिक में भारत की ओर से विश्व खिताब की दावेदारी पेश करेंगी। क्या मज़ाक कर रहा है शोएब मलिक। जिसे अपने खुद के और आगे क्रिकेट खेलने के भविष्य का पता न हो, जो सट्टेबाजी से क्रिकेट खेल रहा हो और अपने देश पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का कप्तान होकर जुआरियों से सांठ-गांठ करके जिसने क्रिकेट और अपने देश को शर्मसार किया हो, वह भविष्य में सानिया मिर्जा के भारत की ओर से टेनिस के विश्व खिताब के लिए खेलने पर बोल रहा है? मैच फिक्सिंग के आरोप में अपने देश पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का एक साल का प्रतिबंध झेल रहे शोएब मलिक जब होने वाली पत्नी सानिया मिर्जा के भारत की ओर से आगे भी टेनिस खेलने की बुलंदियों की बात कर रहा था तो इस पर सुनने वालों को हंसी आ रही थी। यदि आपको याद हो तो ये वही शोएब मलिक है जिसने भारत में हैदराबाद की आयशा सिद्दीकी से इंटरनेट के ज़रिए शादी रचाई थी और तो उसका धोखा सामने आने के बाद शादी टूट गई। कहते हैं कि सानिया मिर्जा के पहले भावी शौहर शोहराब से सानिया मिर्जा को अलग करने में भी शोएब मलिक ने ही छद्म भूमिकाएं निभाईं थीं।

सानिया मिर्जा ने शोहराब के साथ कुछ ही दिन चली सगाई के बाद उसको किस दिल से अलविदा कह दिया? यह सानिया के भी भरोसे पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है। उसके देश भारत में उसके चाहने वाले एक बार तो भौंचक रह गए। अलग-अलग कयास लगाए गए कि क्या हुआ होगा, लेकिन यह कयास किसी का नहीं था कि एक शोएब मलिक नाम का एक सट्टेबाज पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी, सानिया के होने वाले भारतीय शौहर शोहराब की जिंदगी में ज़हर घोलने जा रहा है और टेनिस के खेल से करोड़पति हुई भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को उसने फसा लिया है। खैर दोनों ने अपनी शादी की योजना का ऐलान भी कर दिया। जैसे ही शोएब मलिक ने इंटरनेट की सोशल वेबसाइट ट्विटर पर इस समाचार को पोस्ट किया तैसे ही दोनों देशों के समाचार चैनलों ने इसे ब्रेकिंग ख़बर के जरिए दुनिया को बता दिया। शायद यह दोनों और इनके परिवार वाले पहले ही समझ गए होंगे कि इस ख़बर से कम से कम भारतीयों का गुस्सा सातवें आसमान पर आ जाएगा, जिसे शांत करने के लिए इनकी ओर से यह भ्रम भी साथ ही फैला दिया गया है कि शादी के बाद दोनों दुबई में रहेंगे। इस बयान में कितना सच है और पाकिस्तानियों की बात पर कितना यकीन किया जा सकता है इसे सारी दुनिया जानती है। इस रिश्ते की पुष्टि के बाद निकाह और दावत-ए वलीमा की तारीख और स्थान भी तय किया जा चुका है। यानि अगले महीने भारत में निकाह होगा और लाहौर (पाकिस्तान) में दावत-ए-वलीमा।
यूं तो किसी की भी निजी जिंदगी में उसके फैसलो में दखल देने का किसी को भी अधिकार नहीं है। सबको आज़ादी है अपना जीवन साथी चुनने की। लेकिन जब कोई अपनी निजी उपलब्धियों से प्रसिद्धि को प्राप्त होता है तो वह दूसरों के लिए एक आदर्श बन जाता है और उससे जन भावनाएं जुड़ जाना स्वाभाविक है। वह चाहकर भी मनमर्जी नहीं कर सकता। उससे जन सामान्य की अपेक्षाएं भी बढ़ जाती हैं। सानिया मिर्जा ने एक व्यवसायिक विज्ञापन किया था, जिसमें वह एक महिला से उसकी बच्ची का नाम पूछती है और तपाक से वह महिला उत्साह से खिलखिला कर सानिया मिर्जा से कहती है कि हमने भी इसका नाम सानिया रखा है, यह सुनकर सानिया मिर्जा अपनी अंत: भावनाओं को जिम्मेदारियों से जोड़ते हुए, मंद मंद मुस्काते हुए कहती है कि 'कितनी उम्मीदें हैं मुझसे!' सोचिए! ऐसी प्रतिभाओं के फैसले जब जन भावनाओं के एकदम विपरीत चले जाएं तो क्या होगा? सानिया मिर्जा की जब उसके सखा शोहराब से सगाई हुई थी तो सभी खुश हुए थे और किसी ने इस परिवार के फैसले पर कोई उंगली नहीं उठाई। जब यह सगाई टूटी तो सभी को आश्चर्य जरूर हुआ। मगर इस बार जब यह सुना गया कि सानिया मिर्जा ने एक पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी का फैसला किया है तो उस पर भारतीय जन भावनाएं रातों-रात सानिया मिर्जा के‍ खिलाफ चली गईं। सानिया मिर्जा से आशा थी कि वह भारत में ही कोई और दूल्हा चुनने जा रही होगी लेकिन उसका उल्टा हुआ है। शोएब मलिक की माँ सानिया मिर्जा के लिए शादी की रस्म लेकर उसके घर आ रही है। जहां तक सानिया मिर्जा और शोएब मलिक के पाकिस्तान के बजाय दुबई में रहने का सवाल है तो यह इन दोनों परिवारों का भारत में अपने प्रति आक्रोश को कम करने वाला पाखंड ही कहा जा रहा है।
किसी जगह पर भारतीय ध्वज की ओर झुके से नज़र आए सानिया मिर्जा के पैर देखकर एक बार भारत में तूफान खड़ा हो गया था। तब सानिया मिर्जा और उसके अब्बाजान ने बड़े ही रूआब में कहा था कि वह भारत की है और भारत पर उसे और उसके परिवार को गर्व है। उस वक्त बाकी भारतीयों ने भी सानिया के आलोचकों को डपट कर खामोश कर दिया था। आज वही सानिया मिर्जा एक हिंदुस्तानी मुसलमान युवक से शादी का रिश्ता तोड़कर एक पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ चल दी है। जब वह एक भारतीय से अपने रिश्ते को उसके अंज़ाम तक नहीं ले जा सकी है तो यह गारंटी भी नहीं है कि शोएब मलिक के साथ यह शादी चल सकेगी? भारतीय फिल्म अभिनेत्री जीनत अमान ने भी ऐसा ही किया था। एक पाकिस्तानी एक्टर से शादी करके वहां चली गई और उस पर जब यातनाओं का पहाड़ टूटा तो पाकिस्तान से भागती हुई नज़र आई। उसके पाकिस्तानी पति ने उसे उस वक्त भारी शारीरिक यातनाएं दी थी जिसके चर्चे खूब हुए। दूसरी भारतीय फिल्म अभिनेत्री रीना राय भी पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान पर फिदा हो गई और उससे शादी करके पाकिस्तान जा बसी, लेकिन कुछ ही समय बाद दोनों में जूते-चप्पल और लाठी-डंडे चले। नतीजा यह की दोनों के बीच तलाक हुआ और रीना राय भारत वापस आ गई। वो दिन और आज का दिन है रीना राय न केवल भारतीय फिल्म के परिदृश्य से गायब हो गई है अलबत्ता वह भारतीयों का प्यार और सम्मान भी खो बैठी है। आज रीना राय एक तरह से गुमनामी की जिंदगी जी रही है। फिल्मों में उसे कोई भी स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान ने भी एक पश्चिमी विदेशी धनपति की बाला जेमिना से निकाह फरमाया था लेकिन उसका अंत भी बहुत दुखद एवं तनाव पूर्ण ढंग से हुआ। इमरान खान ने उसके पिता के करोड़ों डॉलर हड़पकर अपनी जेब में भर लिए और दुनिया को दिखाने के लिए एक अस्पताल खोल दिया, जब इमरान खान का मकसद पूरा हो गया तो उसने उसकी लड़की को तलाक दे दिया जिसके बाद उसे पाकिस्तान छोड़कर अपने पिता के देश लौटना पड़ा। इस मामले में इमरान खान की कड़ी आलोचना हुई। आज इमरान खान पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी चला रहे हैं। पाकिस्तान में वैवाहिक रिश्तों का जीवन ही एक कमज़ोर नीव पर आधारित है, जहां थोड़ी भी असहमति और गलतफ़हमी होने भर से संबंध-विच्छेद में कोई भी देर, शर्म और लिहाज़ नहीं होती है। सानिया मिर्जा की भी पाकिस्तानी क्रिकेटर से शादी की ख़बर आते ही इस शादी के अपशकुनों पर चर्चा शुरू हो गई है और कहा जा रहा है कि यह शादी बहुत जल्दी टूटेगी और देखिएगा कि सानिया मिर्जा भी एक दिन लुट-पिट कर भारत लौटने को मजबूर हो जाएगी, भले ही कहा जाता हो और शोएब की मां भी कह रही है कि रिश्ते ऊपर से तय होते हैं।
शोएब मलिक से शादी के बाद सानिया मिर्जा की भारत के प्रति निष्ठा भावना कभी नहीं रह सकती और नाही उस पर यकीन किया जा सकता है। यदि वह भारत के प्रति अच्छी भावना रखे भी तो उसे पाकिस्तान के वातावरण में ऐसा कर पाना अत्यंत मुश्किल होगा। अब उसे केवल भारत के खिलाफ ही बोलना और सोचना होगा। उसकी यह शादी ऐसे वक्त पर हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के संबंध बेहद ख़राब हैं और दोनों देशों की जनता भी एक दूसरे देशों के खिलाफ सोच रही है। पाकिस्तान में भारत की बात कहकर या भारत की प्रशंसा करके वहां रहना तो दूर, खड़े होना भी मुश्किल काम है, जबकि भारत में पाकिस्तानी अवाम के खिलाफ पाकिस्तानियों जैसी भावनाएं एवं प्रतिक्रियाएं नहीं होती हैं। भारत-पाकिस्तानी मुसलमानों में रिश्तेदारियां बहुत हैं फिर भी दोनों देशों के संबंध बुरी तरह प्रभावित हैं, ऐसे में सानिया मिर्जा या उसके परिवार का पाकिस्तानी क्रिकेटर से शादी का फैसला सानिया मिर्जा भारतीय नज़रों से गिरा देने के लिए काफी है। सानिया मिर्जा चाहे भारत के कितने ही कसीदे पढ़े, उसे यह समझ लेना चाहिए कि भारत के एक बड़े वर्ग की वह सहानुभूति और सम्मान खो चुकी है। सानिया के फैसले पर देश के अखबारों में काफी प्रतिक्रियाएं आई हैं और सभी ने इसे विभिन्न नज़रिए से नहीं बल्कि एक ही नज़रिए से देखा है और वह है निराशाजनक नज़रिया। जिन कुछ लोगों ने बधाई दी है उनको हमेशा बेपेंदी का लोटा ही कहा जाता रहा है जिनमें फिल्म निर्माता महेश भट्ट जैसे बेपेंदी के लोटे हर जगह मौजूद हैं सभी जानते हैं कि सानिया पाकिस्तान या दुबई में रहकर भारत एवं भारतीयों के बारे में क्या भावना रख पाएगी।

वैसे भी भारत में बहुत से मुसलमानों का यह एक अत्यंत कड़वा और व्यवहारिक सच है कि उनकी सहानुभूति पाकिस्तान के साथ रहती है। भारतीय मुसलमानों में ऐसे बहुत से लोग और बुद्धिजीवी हैं। भारतीय चित्रकार एमएफ हुसैन को ही ले लीजिए भारत में रहकर उन्हें जो प्रसिद्धि और सम्मान मिला था उसकी उन्होंने भारतीय देवी देवताओं की गंदी और अश्लील चित्र बनाकर धज्जियां उड़ा डालीं। यहां समझा जा सकता है कि यदि हुसैन का भारतीय संस्कृति या भारतीयता में विश्वास होता तो ऐसी घिनौनी चित्रकारी या हरकतें कभी नहीं करते। आज उन्हें लग रहा होगा कि जीवन का आखरी वक्त उन्हें निर्वासन में और पराए देश में उन्हीं की मर्जी पर और भिखारियों की तरह बिताना पड़ रहा है। मजे की बात है कि भारत के कुछ छद्म धर्मनिरपेक्षी हुसैन की पैरवी कर रहे हैं। ऐसी ही वे कभी सानिया मिर्जा की भी पैरवी करते दिखाई देंगे। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए तब तक ऐसे हालात बन चुके होंगे कि सानिया मिर्जा अपनी जन्म भूमि को देखने के लिए भी छटपटाएगी लेकिन इसके लिए भारत में उसके पक्ष में कोई भी माहौल नहीं होगा, वह एक पाकिस्तानी टैग लिए ही हुसैन की तरह होगी। भारत के साथ खेलकर के अब सदा के लिए खत्म हो गया है सानिया मिर्जा का खेल!

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