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ईसीआई की चुनावों की जोर-शोर से तैयारी

रचनात्मक रणनीतियां और सोशल मीडिया पर अनूठे अभियान

चुनाव का पर्व देश का गर्व थीम और अधिकतम मतदान लक्ष्य!

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 8 April 2024 12:12:13 PM

'election festival is the pride of the country'

नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग 2024 के लोकसभा चुनाव की जोर-शोर से तैयारी कर रहा है और उसका लक्ष्य अपनी रचनात्मक रणनीतियों और सोशल मीडिया की शक्ति का लाभ उठाकर देशभर के नागरिकों केसाथ जुड़ना, उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय रूपसे भाग लेने और भारतीय लोकतंत्र के जीवंत त्योहार में योगदान करने केलिए सशक्त बनाना है। निर्वाचन आयोग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 'टर्निंग 18' और 'आप एक हैं' जैसे अनूठे अभियानों के जरिए नागरिकों को शामिल करने केलिए 'चुनाव का पर्व देश का गर्व' थीम केतहत एक अनुरूप संदेश रणनीति के रूपमें अभिनव यात्रा पर है। वर्तमान में ईसीआई की फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स, यूट्यूब सहित प्रमुख प्लेटफार्मों पर सोशल मीडिया के क्षेत्र में उपस्थिति है, जिसमें हालही में पब्लिक ऐप, व्हाट्सएप चैनल और लिंक्डइन शामिल हैं। चुनाव आयोग ने विभिन्न अवसरों पर मतदाताओं के मतदान में सुधार की अपनी खोज में चिंता के कारण के रूपमें शहरी उदासीनता और युवा उदासीनता की पहचान की है। ईसीआई का 18वें लोकसभा चुनाव से पहले अभियान 'टर्निंग 18' विशेष रूपसे युवा और पहलीबार मतदाताओं को लक्षित करता है। प्राथमिक उद्देश्य युवाओं को चुनावों में भाग लेने केलिए प्रेरित करना और पिछले चुनावों में देखे गए शहरी और युवा उदासीनता के महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान करना है।
चुनाव आयोग का 'टर्निंग 18' अभियान अपने दर्शकों का ध्यान खींचने केलिए विभिन्न आकर्षक विषयों और रणनीतियों का इस्तेमाल करता है। रणनीति में आसान पहचान और जुड़ाव केलिए विषयगत लोगो केसाथ व्यक्तिगत श्रृंखला की ब्रांडिंग शामिल है। अभियान समय केसाथ हुई प्रगति को रेखांकित करने केलिए पिछले और हालके चुनावों की तुलना को 'तब बनाम अब' के रूपमें चित्रित करता है। यह अभियान 18 वर्ष के होने पर तुरंत मतदान के महत्व पर जोर देकर युवा मतदाताओं केबीच नागरिक जिम्मेदारी की भावना को प्रेरित करना चाहता है एवं इन्फोग्राफिक विशेष रूपसे 18-30 आयु वर्ग में महिला मतदाताओं की बढ़ती भागीदारी को उजागर करता है, जो भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की समावेशिता को दर्शाता है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) और राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक डीडी न्यूज़ और आकाशवाणी द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार केसाथ 'टर्निंग 18' अभियान का पर्याप्त प्रभाव है। ईसीआई ने गुणक प्रभाव केलिए राष्ट्रीय और राज्यों के स्वीप आइकन के अपने लोकप्रिय नेटवर्क केसाथ सहयोग किया है। यह ठोस प्रयास अभियान के संदेश को समाज के विभिन्न क्षेत्रों में प्रसारित करने, प्रभावी ढंग से अपने लक्षित दर्शकों तक पहुंचने और आगामी मतदान के दिनों केलिए महत्वपूर्ण गति पैदा करने में मदद करता है।
ईसीआई ने 'यू आर द वन' जैसा अनूठा और प्रभावशाली अभियान भी शुरू किया है, जिसका उद्देश्य निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल विभिन्न हितधारकों के अमूल्य योगदान को पहचानना है। मतदाताओं और राजनीतिक दलों से लेकर बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ), ग्राउंड स्टाफ, मतदान दलों, प्रशासनिक कर्मियों, मीडिया पेशेवरों, केंद्रीय बलों और सुरक्षा कर्मियों तक, प्रत्येक हितधारक निर्वाचन प्रक्रिया की एकरूपता और दक्षता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आकर्षक कहानी कहने और मनमोहक दृश्यों जैसे 'चाहे जो भी हो-हम आपकी सुविधा केलिए कदम कदम पर आपके साथ हैं' के माध्यम से अभियान इन लोगों के समर्पण और प्रतिबद्धता को उजागर करता है, जो लोकतांत्रिक संरचना के भीतर उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर गर्व करने हेतु प्रेरित करता है। इसमें प्रमुख हितधारकों, दिलचस्प उपाख्यानों और अतीत के चुनावों की कहानियों और वीडियो/ रीलों को उजागर करना शामिल है, जो पर्दे के पीछे काम करने वाली मतदान टीमों के अथक प्रयासों को उजागर करते हैं और प्रत्येक मतदाता तक सुनिश्चित पहुंच केलिए चुनौतीपूर्ण इलाकों में नेविगेट करते हैं।
चुनाव आयोग के प्रेरक एवं जागरुक अभियानों की कई दिलचस्प विशेषताएं हैं जैसे-'चुनावी किस्से' पिछले चुनावों की दिलचस्प चुनावी कहानियां साझा करना। फिर भारतीय निर्वाचन श्रृंखला का ए-जेड उपयोगकर्ताओं को चुनाव संबंधी नियमों और प्रक्रियाओं के बारेमें सूचित करता है। वर्ड प्ले विथ ईसीआई एक और श्रृंखला है, जहां उपयोगकर्ता निर्वाचन प्रक्रिया से संबंधित शब्दावली की खोज में लगे हुए हैं। निर्वाचन से संबंधित सबसे प्रासंगिक सवालों के जवाब देने केलिए 'सवाल जवाब' श्रृंखला है। पोल और पिक्सेल श्रृंखला के माध्यम से ईसीआई शुरुआत से ही भारतीय चुनावों की एक दृश्य यात्रा साझा करता है। ऑनलाइन फर्जी ख़बरों और गलत सूचनाओं के प्रसार के जवाब में ईसीआई ने 'वेरीफाई बिफोर यू एम्प्लिफाय' पहल की शुरुआत की जैसाकि चुनाव कार्यक्रम की प्रेस कॉफ्रेंस में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने फर्जी ख़बरें और लोगों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जानकारी साझा करने से पहले सावधानी बरतने का आग्रह किया था। इसका उद्देश्य नागरिकों को सामग्री को प्रचारित करने से पहले उसकी सटीकता और प्रामाणिकता को सत्यापित करने केलिए सशक्त बनाना है, जिससे फर्जी विवरण के प्रसार को कम किया जा सके और निर्वाचन प्रक्रिया की एकरूपता की रक्षा की जा सके।
निर्वाचन कार्यक्रम, आईटी अनुप्रयोगों और आयोग के निर्णयों, मतदाता सूची में नाम की जांच कैसे करें और मतदान केंद्रों को कैसे ढूंढें आदि सहित अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी उपयोगकर्ताओं केलिए सटीक और क्रमबद्ध जानकारी केलिए ग्राफिक रूपसे और रीलों केसाथ साझा की जाती है। यहभी ध्यान देने योग्य हैकि ईसीआई के प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन में भी एक बदलाव देखा गया है, जब सीईसी राजीव कुमार ने एक जीवंत और प्रभावशाली प्रस्तुति केसाथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जिसे मीडिया सहित विभिन्न हितधारकों तक तत्काल पहुंच केलिए लाइव स्ट्रीम और लाइव ट्वीट किया गया। जैसे-जैसे 18वीं लोकसभा चुनाव के मतदान के दिन नजदीक आ रहे हैं, ये प्रयास समावेशी और सहभागी चुनावों केलिए ईसीआई के समर्पण के प्रमाण के रूपमें काम करते हैं।

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