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पर्यटक भारत की ओर आकर्षित हुए-अलफोंस

'आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में शिक्षा व रोज़गार अवसर बढ़े'

पर्यटन राज्यमंत्री ने विजेताओं को प्रदान किए पुरस्कार

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 24 January 2018 05:00:52 AM

minister of tourism awarded to the winners

नोएडा। केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री केजे अलफोंस ने नोएडा में होटल प्रबंधन और कैटरिंग टेक्नॉलॉजी पर राष्ट्रीय परिषद के कार्यक्रम में 'आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में शिक्षा और रोज़गार' विषय पर देशभर के स्कूलों में हुई राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। केजे अलफोंस ने इस मौके पर कहा कि पूरे देश में पर्यटन मंत्रालय के जारी विदेशी पर्यटकों के आगमन के आंकड़ों की चर्चा है, जिसके मुताबिक पिछले साल की तुलना में 2017 में विदेशी पर्यटकों की संख्या में 15.6 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है और ऐसा पहलीबार है, जब एक साल में देश में एक करोड़ से ज्यादा विदेशी पर्यटक आए और अकेले पर्यटन के माध्यम से देश को 1,80,379 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा‌ कि पर्यटन क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में 6.88 प्रतिशत का योगदान देता है, जबकि सकल रोज़गार के मामले में इसका योगदान 12.36 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की व्यापक नीतियों को अपनाने विशेषकरके ई-वीजा और चुनिंदा देशों के यात्रियों को भारत पहुंचने पर वीजा प्रदान किए जाने की सुविधा के फलस्वरूप आने वाले वर्ष में इस क्षेत्र में असीम विकास होने वाला है।
पर्यटन राज्यमंत्री केजे अलफोंस ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विशेषता, लुभावने प्राकृतिक स्थलों, वन्यजगत, धार्मिक परिपथों और हाल ही में चिकित्सा और देखभाल क्षेत्र में हुई प्रगति की वजह से बड़ी संख्या में पर्यटक भारत की ओर आकर्षित हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय खान-पान अब पूरे विश्व में स्वीकार्य है, विदेशी पर्यटक भारत की तीखी और मसालेदार करी, जिसमें क्षेत्रीय पकवान भी शामिल हैं का स्वाद लेने के लिए तैयार हैं। केजे अलफोंस ने कार्यक्रम में चेन्नई के गुंटूर सुब्बैया पिल्लई टी नगर बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की ए गायत्री को 40 हजार रुपये का सर्वोच्च पुरस्कार, भरुच गुजरात की निखी खंबातवाला को 30 हजार रुपये का पुरस्कार और सोनितपुर असम के अनबील गोस्वामी को 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदानकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में स्वर्ण और रजत पत्रों के जरिए इसमें प्रतिभागिता बढ़ाने के लिए विद्यालयों को भी सम्मानित किया गया, सभी चारों क्षेत्रों से तीन-तीन विद्यालयों को 10 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। पद्मश्री रसोइये संजीव कपूर की भागीदारी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही, एनसीएचएमसीटी के अधीन आने वाले आईएचएम के छात्र रह चुके संजीव कपूर ने छात्रों को आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र को एक ऐसे शानदार पेशे के रूपमें अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जोकि रोमांच से भरपूर है और आपको विविध सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों से मिलने का बेहतरीन अवसर भी उपलब्ध कराता है।
पर्यटन मंत्रालय के अधीन होटल प्रबंधन और कैटरिंग तकनीक के लिए राष्ट्रीय परिषद आतिथ्य सत्कार की शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली सर्वोच्च संस्था है। वर्ष 1962 में आरंभ के समय इसके पाठ्यक्रम के तहत केवल चार होटल प्रबंधन संस्थान थे, जो संख्या अब सरकारी और निजी संस्थानों को मिलाकर 72 तक पहुंच गई है। होटल प्रबंधन संस्थानों से प्रतिवर्ष करीब 12 हजार प्रशिक्षित छात्र इसके 11 अलग-अलग विशेषीकृत पाठ्यक्रमों से पढ़कर निकलते हैं, जिन्हें उद्योगजगत, जिसमें होटल, रेस्त्रां, विमान सेवा, जहाजरानी कंपनियां और रेलवे भी शामिल हैं, इसके अलावा कुछ छात्र उद्यमी बन जाते हैं या उच्चशिक्षा में चले जाते हैं। गौरतलब है कि आतिथ्य सत्कार के शिक्षा कार्यक्रमों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए दिसंबर 2017 में राष्ट्रीय परिषद ने पहलीबार देशभर के स्कूलों में 'आतिथ्य सत्कार शिक्षा और भविष्य' विषय पर राष्ट्रव्यापी निबंध प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें 11वीं-12वीं के छात्रों की व्यापक भागीदारी देखने को मिली, जिन्होंने भविष्य निर्माण के एक क्षेत्र के रूपमें अन्य परंपरागत क्षेत्रों जैसे अभियांत्रिकी, चिकित्सा और सूचना तकनीक की तुलना में होटल प्रबंधन में अपनी रुचि पर उत्साह के साथ लिखा। इन निबंधों को क्षेत्रीय स्तर पर छांटा और जांचा गया, जिसके बाद अंतिम चरण में पहुंचने वालों का पुर्नमूल्यांकन एनसीएचएमसीटी नोएडा में विशेषज्ञों के एक समूह ने किया था। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, ऑल इंडिया विद्यालयों के छात्र, अध्यापक, प्रधानाध्यपक, आईएचएम, निजी और सरकारी क्षेत्रों के आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र से जुड़े लोग उपस्थित थे।

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