स्वतंत्र आवाज़
word map

सीआईआई की क्वालिटी सर्कल प्रतियोगिता

होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड का विनर ट्राफी पर कब्जा

'गुणवत्ता प्रबंधन कामयाब व्यापार के लिए जरूरी'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 23 September 2017 04:42:57 AM

30th uttarakhand quality circle competition at cii's haridwar

हरिद्वार। सीआईआई की हरिद्वार में 30वीं उत्तराखंड क्वालिटी सर्कल प्रारंभिक प्रतियोगिता को जीतकर होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड की प्रेसिजन टीम ने विनर ट्राफी पर कब्जा जमाया। प्रतियोगिता में हनीवेल विद्युत उपकरणों की एमके आइडोल्स टीम ने दूसरा और प्रिंस पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड की गेम चेंजर्स टीम ने तीसरा प्राप्त किया। ये टीमें अब क्षेत्रिय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता का हिस्सा होंगी। प्रतियोगियों में सेंट गोबेन राजस्थान, आईटीसी लिमिटेड हरिद्वार, रॉकमैन, लक्ष्मण, भेल हरिद्वार, लुमक्स हरिद्वार, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड गुरुग्राम, केवेंडिश इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा टीम ने सांत्वना पुरस्कार जीते। इसमें भेल हरिद्वार, महिंद्रा एंड महिंद्रा, शिरोकी टेक्नोलॉजी, मारूति सुजुकी, प्रिंस पाईप्स एंड फिटिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, होंडा कार, असाही इंडिया ग्लास, केवेंडिश इंडस्ट्रीज, आईटीसी, हनीवेल, रॉकमैन इंडस्ट्री, एक्वामॉल वाटर सॉल्यूशंस लिमिटेड, सेंट गोबेन, इंनफाईनाईट वाटर सॉल्यूशंस, एवरेस्ट और लक्ष्मण इंडस्ट्री आदि कंपनियों ने भाग लिया।
उत्तराखंड क्वालिटी सर्कल प्रारंभिक प्रतियोगिता में 30 क्वालिटी सर्कल से 250 से अधिक कर्मियों ने हिस्सा लिया और हैंडल किए गए प्रोजेक्ट की केस स्टडी पेश की। इन सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा विभिन्न तय मानकों के अनुसार की गई। हरएक का उसकी अहमियत के हिसाब से आंकलन प्रस्तुत किया गया। समस्या का चयन उसको समझने, उसका समाधान और उसके बारे में प्रेजेंटेशन के आधार पर किया गया। जजों के पैनल में इको टेक्नोलॉजीज हरिद्वार के उपाध्यक्ष दीपक तिकले, सी एंड एस इलेक्ट्रिक के प्लांट हेड अमित वैद्य, कार्बोरंडम यूनिवर्सल के पूर्व प्रोजेक्ट एवीपी तथा शाकुंभरी ऑटोमोबाईल्स के यूनिट हेड राजीव पृथी शामिल थे।
उत्तराखंड स्टेट काउंसिल के चेयरमैन तथा फोरेस पॉलिमर के प्रबंध निदेशक विकास गर्ग ने विजेताओं को ट्राफियां प्रदान कीं। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता प्रबंधन कामयाब व्यापार के लिए सबसे जरूरी है, क्योंकि इसके माध्यम से बनने वाले उत्पाद उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं, इसके साथ ही इससे वेस्ट को कम कर उत्पादकता को काफी अधिक बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह कर्मियों के लिए एक ऐसा मौका है, जहां पर उन्हें कौशल विकास, क्षमता में बढ़ावा, आत्मविश्वास बढ़ाने तथा रचनात्मकता बढ़ाने का मौका मिलता है, जो शिक्षा, ट्रेनिंग और अनुभव के माध्यम से प्रदान किया जाता है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]