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यूपी पुलिस के 'ऑप्रेशन क्लीन' में बदमाश ढेर

राजधानी के ईनामी बदमाश समेत अबतक आठ ढेर हुए

बदमाशों के शरणदाता पुलिस वालों पर भी है नज़र

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 2 September 2017 12:37:37 AM

sunil sharma

लखनऊ। लखनऊ पुलिस ने पंद्रह हज़ार रूपये के इनामी अपराधी और बढ़ईगिरी करने वाले सुनील शर्मा को गोमतीनगर क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि एक सितंबर को लखनऊ के थाना गाजीपुर हजरतगंज और गोमतीनगर पुलिस ने अपराधी सुनील शर्मा को लखनऊ में शहीद पथ से जनेश्वर मिश्र पार्क जाने वाले रास्ते पर मार गिराया है, जबकि उसका साथी बदमाश भागने में सफल रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है। मारे गये सुनील शर्मा से एक 9 एमएम पिस्टल उसके 4 खोखा कारतूस और एक जीवित कारतूस, एक 32 बोर पिस्टल और उसके तीन जीवित और एक खोखा कारतूस एवं बिना नंबर की मोटर साइकिल बरामद हुई है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार में विभिन्न स्‍थानों पर उत्तर प्रदेश पुलिस से मुठभेड़ में मारे जाने वाले बदमाशों की संख्या सात हो गई है। लखनऊ में करीब आठ साल बाद यह पहला एनकाउंटर है।
उल्लेखनीय है कि इसी 8 अगस्त को सुनील शर्मा को हरदोई जिला जेल से पेशी के लिए लखनऊ जनपद न्यायालय लाया जा रहा था, मगर चकमा देकर पुलिस हिरासत से भाग गया था। इसके विरुद्ध हत्या, लूट और वसूली के आधा दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत हैं। इसने लखनऊ के अमीनाबाद क्षेत्र में चार साल पहले पूर्व पार्षद पप्पू पांडेय की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। इसकी जनसामान्य में दहशत थी और कोई इसके विरुद्ध न्यायालय में गवाही देने को तैयार नहीं होता था। इसकी गिरफ्तारी पर 15 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित था। पुलिस का कहना है कि एक सितंबर को प्रातः करीब पांच बजे गोमती के बंधे पर यह मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सुनील शर्मा ने पुलिस टीम पर भी फायरिंग की, लेकिन कोई पुलिस वाला घायल नहीं हुआ, क्योंकि पुलिस वालों ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी हुई थी।
लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने मीडिया को बताया कि पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ में प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज आनंद कुमार शाही और थानाध्यक्ष गाजीपुर गिरजाशंकर त्रिपाठी और सरोजनीनगर के इंस्पेक्टर धर्मेश कुमार शाही पुलिस टीम के साथ शामिल थे। दो पुलिस इंस्पेक्टरों और एक सिपाही के बुलेट प्रूफ जैकेट में भी गोली लगी। सुनील शर्मा को ढेर करने वाले पुलिस वालों को ईनाम देने की घोषणा की गई है। सुनील शर्मा पुत्र भगवान शर्मा निवासी चिनहट बाजार थाना चिनहट जनपद लखनऊ एक पेशेवर बढ़ई परिवार से है और यह प‌रिवार मूलतः मरदापुर थाना बरहन जिला सिवान बिहार का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि सुनील शर्मा एक शार्प शूटर हत्यारा और डरा धमकाकर रंगदारी वसूल करता था। दूसरी तरफ सुनील शर्मा के भाई मिंटू ने कहा है कि पुलिस ने सुनील शर्मा की हत्या की है। बहरहाल लखनऊ में एक अपराधी का अंत हुआ। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि काफी समय बाद पुलिस की ऐसी मुठभेड़ें सुनने को मिल रही हैं, क्योंकि अखिलेश सरकार में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ें नहीं हुईं, जिनमें बदमाश मारे गए हों।
राजधानी लखनऊ में सुनील शर्मा की मुठभेड़ के साथ ही लखनऊ पुलिस पर यह दबाव बढ़ गया है कि वह राजधानी के बाकी ईनामी बदमाशों का भी या तो एनकाउंटर करे या उन्हें जेल भेजे। प्रदेश के कई बड़े बदमाशों ने राजधानी में इधर-उधर शरण ली हुई है और इनके ज्यादातर शरणदाता प्रापर्टी डीलर राजनीतिज्ञ और दूसरे धंधों के लोग हैं, जो अपने कार्यों के लिए इनका सहारा लेते हैं। इनमें वो भी हैं, जिनको किसी न किसी रूप में पुलिस वालों का संरक्षण प्राप्त है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधों के मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और उनका पुलिस को कड़ा निर्देश है कि वह उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त करे। पुलिस ने इसपर कार्य करते हुए सुनील शर्मा से पहले विभिन्न जनपदों में सात कुख्यात बदमाश मुठभेड़ में मार गिराए हैं, कई घायल हुए हैं और कई बदमाश गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं।

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