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भारत-नेपाल के पारंपरिक संबंध-प्रणब मुखर्जी

नेपाल की राष्‍ट्रपति विद्यादेवी भंडारी के सम्मान में भोज

नेपाल की राष्ट्रपति विद्या सबसे पहले भारत आईं

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Thursday 20 April 2017 01:01:22 AM

nepal's president vidyadevi bhandari and pranab mukherjee

नई दिल्ली। नेपाल की राष्‍ट्रपति विद्यादेवी भंडारी के सम्‍मान में राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्‍ट्रपति भवन में भोज का आयोजन किया। इस अवसर पर राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि नेपाल की पहली महिला राष्‍ट्रपति का स्‍वागत करते हुए उन्हें अत्यंत खुशी है। प्रणब मुखर्जी ने राष्‍ट्रपति के तौर पर अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में भारत को चुनने के लिए विद्यादेवी भंडारी की सराहना की। राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें अपनी नेपाल यात्रा और पिछले वर्ष उनके साथ अपनी बैठक की याद दिलाई और अपनी नेपाल यात्रा के दौरान नेपाल सरकार और वहां के लोगों के आतिथ्‍य सत्कार के लिए राष्‍ट्रपति विद्यादेवी भंडारी का आभार व्‍यक्‍त किया। उन्‍होंने कहा कि भारत-नेपाल सरकार वहां के लोगों की प्राथमिकताओं के अनुरूप हर संभव समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत को प्रसन्‍नता है कि नेपाल संविधान कार्यांवयन और प्रगतिशील तथा समावेशी राजनीतिक एजेंडे के महत्‍वपूर्ण कार्यों में संलग्‍न है। उन्‍होंने कहा कि भारत के नेपाल के साथ घनिष्‍ठ ऐतिहासिक और पारंपरिक संबंध हैं। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच संबंध और सहयोग भूगोल से परिभाषित तथा समान संस्‍कृति एवं इतिहास से समृद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच वर्षों से भाईचारे के संबंधों को सरकारों और नेताओं ने और गतिशील तथा समृद्ध किया है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि नेपाल के सामाजिक आर्थिक विकास में भारत का स्‍थायी हित निहित है। उन्‍होंने कहा कि दोनों देशों की समृद्धि, सुरक्षा और कल्‍याण आपस में जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे पर निर्भर हैं।

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