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योगी ने सबके लिए खींची लक्ष्मण रेखा!

'मुख्यमंत्री का गुड गवर्नेंस पर कोई समझौता नहीं'

मंत्री हों या अधिकारी जिम्मेदारियां सुनिश्चित

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Thursday 23 March 2017 06:51:43 AM

cm yogi adityanath

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को संबोधन में उनसे मर्यादित आचरण करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि जनता ने हमें ‘गुड गवर्नेंस’ के लिए प्रचंड बहुमत दिया है, इसलिए अब सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम जनता को ऐसा चुस्त-दुरुस्त शासन दें, जिसमें जनता के कार्यों एवं उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण संभव हो और उन्हें समस्याओं से राहत मिले। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे अपने विभागों के प्रमुख सचिवों, सचिवों, विभागाध्यक्षों से सामंजस्य स्थापित करते हुए कार्य संस्कृति को पारदर्शी और लोकप्रिय बनाएं। उन्होंने अधिकारियों से भी कहा कि जन समस्याओं के निदान के लिए यह आवश्यक है कि सभी विभाग प्रभावी रूप से काम करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभागों में किसी भी कार्य को करने के लिए निर्धारित समय सीमा निश्चित की जाए और उसका चार्टर तैयार किया जाए, पत्रावलियों का निपटारा समयबद्ध ढंग से किया जाए, पत्रावलियों की इंडेक्सिंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंत्रियों, अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों का व्यवहार सद्भावनापूर्ण एवं गरिमापूर्ण होना चाहिए और सभी मंत्रिमंडलीय सहयोगी कार्यालय समय के अनुशासन का अनुपालन तथा कार्यालय में अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभागीय मसलों पर आवश्यक दिशा-निर्देश आमने-सामने दिए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्री नियमित रूप से अपने कार्यालय 9:30 बजे पहुंचकर आधे घंटे का समय कार्यालय परिसर की स्वच्छता सुनिश्चित करने में लगाएं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान को प्रधानमंत्री ने अत्यधिक प्रमुखता दी है, ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम इसे हर स्तर पर सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी विभागों में स्वच्छता की शपथ दिलाने को भी कहा। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालयों के परिसर में गुटखा, पान, धूम्रपान इत्यादि के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए, साथ ही कार्यालयों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाए। कार्यालय में आने-जाने के समय प्रातः 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। अनुशासनहीन अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, क्योंकि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए यह आवश्यक है कि सभी कार्यालय भलीभांति अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी विभागों में ‘सिटिज़न चार्टर’ लागू किए जाएं और उनका अनुपालन सख्ती से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने फाइलों के मूवमेंट पर तिथि एवं समय डालकर उनकी ट्रैकिंग भी सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने सभी मंत्रियों से आवंटित विभागों में औचक निरीक्षण करने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकार इस ढंग से कार्य करे कि लोगों को महसूस हो कि प्रदेश की कार्य संस्कृति में बदलाव आया है और कानून का राज स्थापित हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस थानों ने अपने स्तर पर ही एंटी रोमियो स्क्वायड गठित कर कार्रवाई शुरू कर दी है, अभी इसे और प्रभावी तथा व्यापक बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में ऐसे स्थलों को चिन्हित कर लिया जाए, जहां पर ऐसी घटनाएं लगातार घटती आ रही हैं, वहां पर महिला कांस्टेबिल को सादे कपड़ों में तैनात किया जाए, साथ ही कुछ और कांस्टेबिलों को सादे कपड़ों में तैनात किया जाए, ताकि घटना घटित होते ही तुरंत कार्रवाई की जाए। योगी आदित्यनाथ ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसी युगल को अनावश्यक परेशान न किया जाए, पूरे जिले में पुलिस लगातार गश्त करे, ताकि महिलाओं को रात में भी आने-जाने में कोई दिक्कत न हो।
सोशल मीडिया के प्रभाव का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर लोगों से संपर्क और संवाद स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री अपने साथ एक ऐसा टेक्नोक्रेट रखें, जो सोशल मीडिया के प्रयोग में पारंगत हो और लोगों तक सही जानकारी शीघ्रता से पहुंच सके। उन्होंने कहा कि सभी विभागों में रिटायर्ड लोगों के री-इम्प्लॉयमेंट की समीक्षा की जाए और यदि किसी व्यक्ति के पास कोई विशेषज्ञता है, तभी उस पर पुर्नविचार किया जाए। उन्होंने शीघ्र ही सरकारी नौकरियों पर भर्ती कराने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने चुनाव की घोषणा के बाद भी अनेक फैसले लिए, जो अनैतिक थे, कई मदों में धनराशि रिलीज की गई। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मसलों की समीक्षा की जाए और 5 करोड़ रुपये से ऊपर के भुगतान से संबंधित फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी जाए। योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नगर निगमों की कार्य संस्कृति बदलने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने प्रदेश में अवैध कत्लखानों को तत्काल बंद करवाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जिन बूचड़खानों के पास लाइसेंस है, उसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि लाइसेंस की शर्तों का अनुपालन हो रहा है या नहीं, यदि लाइसेंस होल्डर अनुपालन सुनिश्चित नहीं कर रहे हैं, तो ऐसे बूचड़खानों को तुरंत बंद करने की कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी के साथ गैर-लाइसेंसी मीट शॉप को भी तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना सुनिश्चित किया जाए, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी धार्मिक स्थल से इन दुकानों की उचित दूरी हो। उन्होंने मुख्य सड़कों, सड़कों और अप्रोच रोड के नजदीक मांस की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए। योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद शहर की सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी लाइट्स से तत्काल रिप्लेस करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप उत्तर प्रदेश का विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, सुशासन और विकास के माध्यम से राज्य सरकार प्रदेश की छवि निखारने तथा कमजोर एवं गरीब वर्गों का जीवन स्तर बेहतर बनाने का कार्य करेगी। उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि ‘सबका साथ-सबका विकास’ के संकल्प को साकार करने के लिए हम सबको टीम भावना के साथ कार्य करना है।

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