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उपराष्‍ट्रपति की अफ्रीका यात्रा

मोरक्‍को व ट्यूनीशिया भारत के साझीदार

कई क्षेत्रों में मज़बूत संबंधों के लिए यात्रा-अंसारी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 31 May 2016 06:55:52 AM

vice president of india, hamid ansari

रबात/ नई दिल्ली। भारत के उपराष्‍ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने मोरक्‍को और ट्यूनीशिया की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान विशेष विमान में मीडिया से कहा है कि भारत अफ्रीका के मोरक्‍को और ट्यूनीशिया के साथ पारंपरिक मजबूत संबंध हैं और ये दोनों अफ्रीका में भारत के महत्‍वपूर्ण साझेदार हैं। उपराष्ट्रपति 3 जून 2016 तक इन देशों के आधिकारिक दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि मोरक्‍को के साथ तो भारत का बहुत ही घनिष्‍ठ आर्थिक संबंध है, भारत और मोरक्‍को के बीच एक अरब अमरीकी डॉलर का व्‍यापार होता है, मोरक्‍को से भारत कृषि के लिए भारी मात्रा में फॉस्‍फेट का आयात करता है, ऑटो मोबाइल्‍स, फार्मास्‍युटिकल और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी हमारे संबंध बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने मोरक्‍को में फिल्‍मों की शूटिंग की ओर भी इशारा किया।
हामिद अंसारी ने ट्यूनीशिया से भारत के संबंधों की चर्चा करते हुए ट्यूनीशिया में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की प्रशंसा की और कहा यहां विभिन्‍न विचारों वाली पार्टियां अरब स्प्रिंग के बाद एक साथ काम कर रही हैं। उन्‍होंने कहा कि ट्यू‍नीशिया भी फॉस्‍फेट व्‍यापार के क्षेत्र में एक महत्‍वपूर्ण देश है, वहां भी आर्थिक सहयोग और भारतीय निवेश की संभावना है। भारत में अफ्रीकी छात्रों पर हाल में हुए हमले के संदर्भ में एक सवाल के जवाब में उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि इस तरह की घटनाओं की भर्त्‍सना की जानी चाहिए, अफ्रीकी छात्र भारत में अतिथि हैं और सरकार उनकी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह कृतसंकल्‍प है। मोरक्‍को और ट्यूनीशिया से आतंकवाद को रोकने के समझौते पर उन्‍होंने कहा कि भारत इन देशों के साथ खुफिया सूचनाएं साझा करने का काम कर रहा है। उन्‍होंने आतंकवाद को रोकने के लिए रियल टाइम साइबर सिक्‍योरिटी से संबंधित सूचनाएं साझा करने पर जोर दिया।
उपराष्‍ट्रपति ने अफ्रीका में चीन की उपस्थिति से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि अफ्रीकी देशों के साथ संबंध स्‍थापित करने में दोनों देशों की सोच अलग-अलग है और भारत इसे प्रतियोगिता के रूप में नहीं देखता। उन्‍होंने अफ्रीकी महादेश में उपनिवेशवाद को खत्‍म करने में भारत के ऐतिहासिक संबंध और संघर्ष पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने कहा कि भारत अफ्रीका की विकास यात्रा में और खासकर सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार और स्‍वास्‍थ्‍य जैसे क्षेत्रों में हमेशा साझेदारी करना चाहेगा।

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