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उत्तराखंड पर्यटन ट्रैकिंग के लिए तैयार

खलिया टॉप, मुनस्यारी में ट्रैक ऑफ द इयर

पर्यटन विभाग ने की जोरदार तैयारियां

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 28 April 2016 06:52:13 AM

uttarakhand ready for tourism tracking

देहरादून/ पिथौरागढ़। उत्तराखंड में ट्रैक ऑफ द इयर-2016 के लिए खलिया टॉप मुनस्यारी पर्यटकों का स्वागत करने के लिये तैयार है। नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण उत्तराखंड में ट्रैकिंग के संवर्द्धन तथा राज्य में ट्रैकिंग को पर्यटन प्रोडक्स के रूप में विकसित करने की ये तैयारियां पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। पिछले वर्ष दयारा बुग्याल को ट्रैक ऑफ द इयर के लिये चयनित किया गया था, इस वर्ष खलिया टॉप मुनस्यारी को ट्रैक ऑफ द इयर घोषित किया गया है। यूं तो इस देवभूमि पर हर मौसम में प्राकृतिक सम्मोहन विद्यमान रहता है, फिर भी यह मौसम पहाड़ों पर स्वर्ग जैसा उद्घोष करता है और सैलानी खिंचे चले आते हैं। यहां की वादियों, घाटियों की सुंदरता का सर्वत्र वर्णन मिलता है।
उत्तराखंड सरकार के सचिव पर्यटन शैलेश बगौली ने बताया कि 4 मई से पहला दल मुनस्यारी पहुंचेगा। उत्तराखंड में पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाले इस आयोजन के अंतर्गत 7 दिवसीय कार्यक्रम की मेजबानी यूथ हॉस्टल ऑफ इंडिया एवं कुमाऊं मंडल विकास निगम के सहयोग से की जा रही है। ट्रैक हेतु यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया एवं कुमाऊं मंडल विकास निगम ने रियायती दर पर पैकेज घोषित किए हैं। पर्यटन विभाग फोटो प्रतियोगिता का भी आयोजन कर रहा है। जनपद पिथौरागढ़ में मुनस्यारी 7,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है तथा इस ट्रैक पर 11,500 फीट तक की ऊंचाई पर ट्रैकिंग की जाएगी। ऊंचे पहाड़ों के बीच घास के मैदानों में सर्दियों में बर्फ रहती है, तो गर्मियों में यहां फूलों का साम्राज्य रहता है। यहां से हिमालय की नंदा देवी, नंदाखाट, राजरम्भा, पंचाचूली, सुईतिला एवं नेपाल की मॉपी और नाम्पा पीक आदि चोटियों के नयनाभिराम दृश्यों का अवलोकन किया जा सकता है।
कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक धीराज सिंह गर्ब्याल, यूथ हॉस्टल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी युधिष्ठिर शर्मा तथा उप निदेशक पर्यटन पूनम चंद ने जिला प्रशासन पिथौरागढ़ के सहयोग से इस ट्रैक की सम्पूर्ण व्यवस्था की है। पूनम चंद का कहना है कि खलिया टॉप की प्राकृतिक छटा पर्यटकों को अभिभूत कर देगी और इस आयोजन के माध्यम से ट्रैकिंग एवं साहसिक पर्यटन को गज़ब का बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड में इस मौसम में ट्रैकिंग, तीर्थयात्रा और देश-विदेश के मेहमानों के लिए अनेक रमणीक स्‍थान खुद-ब-खुद तो स्वयं ही विकसित हो जाते हैं, बाकी वहां तक पहुंचने, रहने और खानपान जैसी अनेक सुविधाएं उत्तराखंड सरकार के विभिन्न विभाग उपलब्ध कराते हैं।

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