स्वतंत्र आवाज़
word map

देश वर्तमान में अधिक सुरक्षित-गृहमंत्री

कच्छ के रण में पुलिस महानिदेशकों का सम्मेलन

पूर्वोत्तर में शांति और दंगों में भी भारी कमी आई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 21 December 2015 04:47:46 AM

home minister rajnath singh

अहमदाबाद। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात में कच्छ के रण में राज्यों, संघशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों के 50वें वार्षिक सम्मेलन में कहा कि देश में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है और देश वर्तमान में अधिक सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर, जम्मू-कश्मीर और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है। गृहमंत्री ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों और पुलिस बलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष असम में आतंकवाद की समस्या कम देखी गई है, सुरक्षा बलों ने हथियारों से लैस 231 आतंकवादियों और 300 से अधिक षड़यंत्रकारियों को गिरफ्तार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत रूचि के चलते इस वर्ष नागा समस्या का समाधान हुआ।
गृहमंत्री ने आशा व्यक्त की कि एनएससीएन (आईएन) के साथ किए गए समझौते से नागा समस्या के जल्द निपटारे का मार्ग प्रशस्त्र होगा। एनएससीएन के युद्ध विराम का उल्लंघन करने के संबंध में राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा बल खतरे से निपटने में सक्षम है। वामपंथी हिंसा के संबंध में गृहमंत्री ने कहा कि इस वर्ष स्थिति में काफी सुधार हुआ है, सुरक्षा बलों को होने वाला नुकसान माओवादियों को होने वाले नुकसान से कम है। आईबी और सुरक्षा बलों को विश्वास है कि वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को एक वर्ष के अंदर नियंत्रण में लाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई के अतिरिक्त लोगों का दिल जीतना आवश्यक है, ताकि माओवादियों को शरण न मिल सके। राजनाथ सिंह ने कहा कि आईएसआईएस से भारत के खतरे की निगरानी की जा रही है और इस स्थिति से निपटने में देश सक्षम है। उन्होंने त्वरित गंभीर स्थितियों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को चौकस रहने और केंद्रीय और राज्य इकाईयों के बीच बेहतर समन्वय का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश में इस वर्ष सांप्रदायिक घटनाएं सबसे कम रही हैं। पंजाब के संबंध में उन्होंने गत माह सरबत खालसा की घटना पर चिंता जाहिर की। उन्होंने सुरक्षा बलों से सीमावर्ती राज्य पंजाब में निगरानी रखने के लिए कहा, ताकि पंजाब फिर से पूर्व के बुरे दिनों की ओर न लौटे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट पुलिस और सोशल मीडिया आदि सुझावों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए पर्याप्त बजट प्रदान किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने पुलिस सुधारों का आह्वान करते हुए इसे सफल बनाने के लिए राज्य सरकारों से सहयोग को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आम आदमी की सुविधा के लिए पुलिस स्टेशन को आधुनिक बनाना होगा। गृहमंत्री ने पुलिस महानिदेशकों से एक विशेषज्ञ दल बनाने का आह्वान किया, जो वॉच और वार्ड ड्यूटी, निजी साइबर लैब, ट्रैफिक नियंत्रण कक्ष, पासपोर्ट जांच संस्थाओं, समन सेवाओं, निजी विधि सेवा, तकनीकी सहयोग शाखा, वायरलेस मोबाइल आदि सेवाओं में से आउटसोर्स करने के संबंध में निर्णय ले सके। एफआईआर दर्ज न करने पर चिंता व्यक्त करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि हर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए, जबकि इसे पंजीकृत अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, इस संबंध में आंकड़ों में बढ़ोतरी एफआईआर दर्ज न किए जाने का कारण नहीं होना चाहिए।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस सेवा राष्ट्र के प्रति एक सेवा है, लेकिन दुर्भाग्यवश निर्धनों और समाज के कमजोर वर्गों की शिकायत पुलिस स्टेशनों में ढंग से नहीं सुनी जाती। उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में योग्य अधिकारियों को तैनात करने के लिए कहा। राजनाथ सिंह ने पुलिस महानिदेशक सम्मेलन के स्वर्ण जयंती वर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'इंडियन पुलिस इन सर्विस ऑफ दी नेशन' वेबसाइट की शुरूआत करने की सराहना की। उन्होंने पुलिस बलों से इस वेबसाइट को नियमित रूप से सुधार करने के लिए कहा। गृहमंत्री ने वर्ष 2013 और 14 के लिए उत्तम सेवाओं के लिए आईबी अधिकारियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया और उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने पुलिस बलों और सुरक्षा बलों की राष्ट्र निर्माण और देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने में भूमिका की सराहना की।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]