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नौसेना अकादमी की पासिंग-आउट परेड

एडमिरल ने प्रतिभाशाली कैडेटों को सम्मानित किया

विदेशी मित्र देशों के छह कैडेटों को भी प्रशिक्षण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 27 November 2015 01:37:41 AM

admiral r.k. dhowan salute from marching platoons the passing out parade

केरल। इझिमाला में आयोजित भारतीय नौसेना अकादमी की एक प्रभावशाली पासिंग-आउट परेड में भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक के 330 कैडेट और विदेशी मित्र देशों के छह कैडेटों ने अपने प्रशिक्षण का सफल समापन किया। यह पीओपी 89वां भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम (पीबी टेक और एमएससी) पाठ्यक्रमों के कैडेटों की भारतीय नौसेना में कमीशनिंग का प्रतीक रहा। ये पासिंग-आउट कैडेट शरदकाल अवधि 2015 के चार विभिन्न पाठ्यक्रमों-89वां भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम (आईएनएसी) बीटेक 21वां नैवल ओरिएंटेशन कोर्स (नियमित) से संबंधित थे। स्नातक करने और मार्च करने में पुरूष कैडेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली भारतीय नौसेना एवं भारतीय तटरक्षक की 21 महिला कैडेट भी उनके साथ थीं।
नौ-सेनाध्यक्ष एडमिरल आरके धवन ने परेड की औपचारिक समीक्षा की। एडमिरल ने नौ प्रतिभाशाली कैडेटों को पदकों से सम्मानित किया। एडमिरल आरके धवन ने पासिंग-आउट कैडेटों को बधाई दी और उन्हें गर्व के साथ देश और नौसेना की सेवा करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कैडेटों को हमेशा पांच मूल्यों को याद रखना चाहिए, इन पांच मूल्यों में पहली देश और नौसेना के लिए सर्वोच्च बलिदान देने की प्रतिबद्धता है, दूसरा शारीरिक और नैतिक साहस है, तीसरा जिनका आप नेतृत्व करते हैं उन पुरूषों और महिलाओं के प्रति करूणा का भाव है, चौथा-प्रदर्शन एवं चरित्र को लेकर आपकी साख है, और पांचवा तथा अंतिम हमेशा और हर वक्त संदेह से परे सत्यनिष्ठा है।
उन्होंने कैडेटों को नौसेना एवं जीवन में जो कुछ भी वो करते हैं, उनमें हमेशा उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ अपने भाषण का समापन किया। दक्षिणी नौसेना कमान के प्रधान सेनापति, वाईस एडमिरल सुनील लांबा, आईएनए के कमांडेंट वाइस एडमिरल अजीत कुमार भी इन ऐतिहासिक क्षणों के गवाह थे। इससे पहले 23 नवंबर को सभी पासिंग-आउट कैडेट ने प्रेरणास्थल के युद्ध स्मारक पर निष्ठा की शपथ ली थी, जिसका प्रबंधन डिप्टी कमांडेंट और चीफ इंस्पेक्टर, रियर एडमिरल एमडी सुरेश ने किया था। पासिंग-आउट पैरेड के साक्षी सभी सफल कैडेटों के गर्वीले माता-पिता एवं अभिभावक, बड़ी संख्या में स्थानीय, बाहरी गणमान्य व्यक्ति तथा मीडिया से जुड़े व्यक्ति भी थे।
आईएनएसी के समग्र योग्यता क्रम में प्रथम आंके गए ‘प्रेसीडेंट्स गोल्ड मेडल’ के लिए फ्लोटिला कैडेट एडजुटेंट जसवंत सिंह को पुरस्कृत किया गया। नैवल ओरिएंटेशन (विस्तारित) पाठ्यक्रम के लिए समग्र योग्यता क्रम में प्रथम आंके गए, ‘नौसेना अध्यक्ष स्वर्ण पदक’ के लिए कैडेट अरुण बालाजी ई को पुरस्कृत किया गया। कैडेट दर्शिता बाबू को नैवल ओरिएंटेशन कोर्स (नियमित) पाठ्यक्रम के लिए समग्र योग्यता क्रम में प्रथम आंका गया, जिसके लिए उन्‍हें नौसेना अध्यक्ष स्वर्ण पदक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही उन्हें पाठ्यक्रम की सर्वश्रेष्ठ महिला प्रशिक्षु के रूप में आंके जाने के कारण ‘फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (दक्षिण) गोल्ड मेडल’ से भी सम्मानित किया गया। रंगारंग समारोह सफल कैडेटों के दो टुकड़ियां बनाने और मार्च करने के साथ संपन्न हुआ। परेड के समापन पर ‘शिपिंग ऑफ स्ट्राप्स’ का संचालन किया गया।

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