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खट्टर सरकार से व्यापारी परेशान-बुवानीवाला

कॉटन जिनर्स उद्योग को भारी घाटा, वैट पर भी गतिरोध

'खट्टर सरकार व्यापारियों की अनदेखी कर रही है'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 2 November 2015 05:25:55 AM

ashok buwaniwala

चंडीगढ़। अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा है कि भाजपा की मनोहर लाल खट्टर सरकार की नई नीतियों की वजह से कॉटन जिनर्स उद्योग घाटे में आ गया है। उन्होंने कहा कि पिछले सात दिनों से हड़ताल के कारण कॉटन मिलर्स की सारी फैक्ट्रियां बंद हैं, लेकिन फिर भी खट्टर सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। हड़ताल से सभी कॉटन जिनर्स व्यापारियों के साथ-साथ कपास से जुड़े व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कपास पर वैट कर 2 प्रतिशत किया जाए और रिफंड नीति पिछली कांग्रेस सरकार की तर्ज पर करके व्यापारियों को राहत दी जाए, सरकार ने रिफंड ना देने का जो निर्णय लिया है, वह उद्योगपतियों के खिलाफ है।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि वैट को कम करने के संबंध में जिनर्स एसोसिएशन ने दो बार हरियाणा सरकार से बातचीत की है, लेकिन फिर भी वैट को कम नहीं किया जा रहा है, जिससे पता चलता है कि सरकार व्यापारियों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि कपास ही नहीं, इससे पहले चावल व्यापार एवं विभिन्न उद्योगों में सरकार की नीति के चलते घाटा हो रहा है। उन्होंने भाजपा की मेक इन इंडिया नीति को उद्योगपतियों से धोखा बताते हुए उसे प्रचार मात्र बताया। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि मेक इन इंडिया नीति के तहत सरकार ने अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया है, यह सरकार अपने एक वर्षीय लेखा-जोखा का जिस तरह ढिंढोरा पीट रही है, वह जनता को गुमराह करने वाला है।
अशोक बुवानीवाला ने कहा कि हरियाणा में स्टील, कपास, कपड़ा, चावल, खाद्य सामग्री जैसे उत्पादनों में निरंतर गिरावट आ रही है। उन्होंने वैट नीति का विरोध करते हुए कहा कि सरकार की अधिसूचना नंबर 22/एसटी-1/एचए 6/2003/एस59/2015 के अनुसार किसी भी वस्तु की खरीद पर 13.125 प्रतिशत वैट वसूली की जाती है, इस वस्तु को अन्य प्रदेश में बिक्री करने पर 2 प्रतिशत सीएसटी लगता है, इस अधिसूचना से पहले शेष 11.125 प्रतिशत वैट व्यापारी को वापस मिल जाता था, परंतु नई नीति के मुताबिक ये शेष 11.125 प्रतिशत वैट अब सरकार हड़प लेगी, जिसका सीधा नुकसान व्यापारी को होगा।

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