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देश को फिर चाहिए जेपी जैसी क्रांति-चौधरी

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाई गई

रामगोविंद चौधरी को सुनने छात्र और युवा उमड़े

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 12 October 2015 01:13:28 AM

ramgovind chaudhary

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षामंत्री रामगोविंद चौधरी ने विश्वैश्वरैया सभागार में संपूर्ण क्रांति के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 113वीं जयंती पर आयोजित संगोष्ठी में भ्रष्टाचार एवं सामाजिक तथा राजनीतिक विषमता पर करारा प्रहार करते हुए छात्रों, नौजवानों और प्रबुद्ध वर्ग का आह्वान किया है कि वे फिर सारी परिस्थितियों से लड़कर जेपी क्रांति के रूप में एक और परिवर्तन के लिए जेपी, लोहिया, गांधी और आचार्य नरेंद्र देव के सपनों को साकार करें। संगोष्ठी में राज्यपाल राम नाईक मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और उन्होंने भी अपने संबोधन में लोकनायक के विचारों को आज भी प्रासंगिक बताया। रामगोविंद चौधरी संगोष्ठी के मुख्यवक्ता थे और जेपी पर उनके विचार सुनने के लिए विश्वैश्वरैया सभागार नौजवानों और छात्रों से खचाखच भरा था, बल्कि सभागार के बाहर भी छात्र और युवा बड़ी संख्या में जमा थे। जेपी क्रांति पर उनका भाषण ओजस्वी था और छात्र-युवाओं को काफी अपील कर रहा था।
रामगोविंद चौधरी ने आपातकाल में सत्ता परिवर्तन से जुड़े उन तमाम सामाजिक, राजनीतिक और छात्र नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के पराजित होने के बाद इमरजेंसी के रूप में देश में लागू काले कानून के खिलाफ आंदोलन में इन्हीं छात्रों और छात्र संघों की भागीदारी प्रमुखता से रही है। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहने में भी कोई संकोच नहीं है कि उस आंदोलन में भारतीय जनता पार्टी जो उस समय जनसंघ के रूप में जानी जाती थी, उसके विद्यार्थी परिषद जैसे अनुशांसगिक संगठनों के नेताओं और युवाओं ने भी इस आंदोलन में बढ़चढ़ कर भाग लिया था। उन्होंने कहा कि छात्रों और युवाओं से जेपी की संपूर्ण क्रांति को एक निर्णायक ताकत मिली, आज फिर इस ताकत के उठ खड़े होने का समय आ गया है।
रामगोविंद चौधरी को सुनने को बड़ी संख्या में छात्र और युवा उमड़े। उनका भाषण भी छात्रों, युवाओं और बुद्धिजीवियों पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा कि देश और समाज में जो भी आंदोलन चले हैं, उनके पीछे छात्रों और युवाओं का सर्वाधिक योगदान रहा है। उन्होंने भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पंचायतों तक पहुंच गया है, आज ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत के चुनाव में सीधे पैसे की बात हो हरी है, दारू, मीट, मछली, साड़ी, रूपया देकर वोट मांगे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हर तरफ भ्रष्टाचार इस कदर व्याप्त हो गया है कि 'साड़ी बिच नारी है कि नारी बिच साड़ी है' जैसी कहावत चरितार्थ हो रही है। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ निजी तौर पर अपनी दृढ़ता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भ्रष्टाचार नहीं किया है और जब तक जीवित रहेंगे न कभी भ्रष्टाचार करेंगे और न भ्रष्टाचार सहेंगे।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण के ईमानदार राजनीतिक और सामाजिक जीवन की चर्चा करते हुए रामगोविंद चौधरी ने कहा कि वे सेवाभाव से समाज में परिवर्तन करना चाहते थे, वे ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने बिहार में भीषण सूखे के दिनों में लोगों को प्रेरणा देने के लिए अपनी पत्नी प्रभावती के साथ मिलकर गांव में कुंआ खोदा और पानी निकाला, लोगों ने कहा कि जब जयप्रकाश नारायण ऐसा कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं कर सकते हैं और उससे लोगों में प्रेरणा का संचार हुआ। उन्होंने कहा कि गांधी और लोहिया विदेश में पढ़े, लेकिन इन लोगों ने अपने देश के लोगों को अपना परिवार माना और उनके लिए जीवनभर काम किया। उन्होंने कहा कि देश में एक और जेपी क्रांति की जरूरत है, जो छात्रों और युवाओं के बिना संभव नहीं है। उन्होंने छात्रों, नौजवानों और प्रबुद्ध वर्ग को सलाह दी कि वे जयप्रकाश नारायण के विचारों से संबद्ध हों, उनका जेपी को जानना आज बहुत आवश्यक है।
रामगोविंद चौधरी ने विधायक निधि और सांसद निधि और उसमें भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए इन निधियों से पूरी तरह असहमति जताई। उन्होंने कहा कि मैंने 14वीं विधानसभा में भी कहा था और वर्तमान विधानसभा में भी कहा है कि विधायक निधि को खत्म कर देना चाहिए, क्योंकि इससे भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं, इसके बदले विकास के और रास्ते अख्तियार किए जा सकते हैं। रामगोविंद चौधरी का भ्रष्टाचार के खिलाफ आक्रोश और देश में जन सामान्य के लिए दुख-दर्द झलका। उन्होंने जयप्रकाश नारायण के सिद्धांतों और उनकी जीवनशैली से प्रेरणा लेने की जरूरत बताई और कहा कि देश की सामाजिक और आर्थिक बुराईयों का समाधान जेपी के सिद्धांतों में निहित है। उन्होंने कहा कि आज हर आदमी एक दूसरे को उलाहना दे रहा है और एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहा है, जबकि जेपी कहते थे कि पहले भ्रष्टाचार अपने अंदर से दूर करो। उन्होंने जेपी की संपूर्ण क्रांति पर खास तथ्यों के साथ प्रकाश डाला।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण सेवा समिति लखनऊ की ओर से यह संगोष्ठी आयोजित की गई थी। संगोष्ठी को जेपी आंदोलन से जुड़े छात्र और पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारतीय, पत्रकार प्रांशु मिश्रा, सुभाष राय, यशवंत सिंह सदस्य विधानपरिषद तथा चंद्रशेखर सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एचएन शर्मा ने भी संबोधित किया। सेवा समिति के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत किया और समिति के सचिव पीएन द्विवेदी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर जेपी पर स्मारिका का विमोचन भी किया गया।

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