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कृषि में नए प्रचलनों पर व्याख्यान

'सामूहिक रूपसे खेती को प्रोत्साहित करना होगा'

विशेषज्ञों ने कृषकों से लिया कृषि पद्धतियों का जायजा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 May 2015 02:49:36 AM

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देहरादून। हिमगिरीज़ी विश्वविद्यालय के सामुदायिक संपर्क कार्यक्रम के अंतर्गत विकास खंड सहसपुर के चकमंसा ग्राम के राजीव गांधी जूनियर हाई स्कूल में कृषि एवं कृषि में नए प्रचलनों पर व्याख्यान आयोजित किया गया। इस व्याख्यान के प्रमुख वक्ता हिमगिरीज़ी विश्वविद्यालय के कुलपति सीए अभिषेक अस्थाना थे। उन्होंने कहा कि कृषि संबंधित समस्याओं में उन्नत बीजों का उपलब्ध ना होना, सिंचाई की समस्या एवं भ्रष्टाचार आज भारतीय कृषि को प्रमुख्ता से जकड़े हुए है, ऐसे में ग्रामीणों को स्वयं स्वालंबन की भावना जगाकर सामूहिक रूप से खेती को प्रोत्साहित करना होगा।
कुलपति सीए अभिषेक अस्थाना ने स्वयं सहायता समूह को इस प्रकार के क्रियाकलाप को प्रमुख उदाहरण बताते हुए कहा कि सामूहिक रूप से चलने पर कृषि में बिचौलियों की भूमिका कम हो जाती है और कृषक उचित दाम पर अपनी फसल को बेच सकता है। ग्रामीणेां के आह्वान पर कुलपति ने आश्वासन दिया कि चकमंसा ग्राम में कृषि के उन्नत स्वरूप के लिए आने वाले दिनों में हिमगिरीज़ी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ ग्रामीणों के साथ नई दिशा व रूपरेखा तैयार करेंगे। उन्होंने ग्रामीण कृषकों से बातचीत के दौरान क्षेत्र में प्रमुख रूप से प्रयुक्त की जाने वाली कृषि पद्धतियों का जायजा लिया, साथ ही उन्होंने ग्राम प्रधान को भी बताया कि भविष्य में हिमगिरीज़ी विश्वविद्यालय और ग्रामीण साझा रूप से इलाके की कृषि को और भी उन्नत बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। इस अवसर पर ग्रामीणों के अतिरिक्त विद्यालय के प्रधानाचार्य अजय गुप्ता, ग्राम पंचायत सदस्य जितेंद्र ध्यानी, कार्यक्रम के संयोजक और हिमगिरीज़ी विश्वविद्यालय के शिक्षा विभागाध्यक्ष डॉ मनोज राज, कैलाश कंडवाल सहायक प्राध्यापक, अमरदीप सिंह रेडियो प्रभारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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