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भारत का कवारत्ती पोत समुद्र में उतरा

पोत निर्माण में भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ी

जीआरएससी की 28वीं स्वदेशी परियोजना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 20 May 2015 01:38:43 AM

kavaratti vessel

कोलकाता। रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह और उनकी पत्नी मनिता सिंह ने सामुद्रिक परंपराओं के अनुरूप कोलकाता में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड के भव्य समारोह में 28वीं परियोजना के चौथे एंटी सबमेराइन वारफेयर एएसडब्ल्यू कार्वेट (पनडुब्बी मारक युद्धक) कवारत्ती का लोकार्पण किया। पारंपरिक ईशवंदना के बाद रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने पोत के सामने नारियल फोड़ा, पोत का नामकरण किया और उसकी सफलता की कामना की।
कोलकाता में जीआरएससी ने इस चौथे पोत को तैयार किया है और इसका डिजाइन नौसेना डिजाइन निदेशालय ने पूरी तरह स्वदेशी आधार पर किया है, पोत को भारत में ही निर्मित उच्च श्रेणी के इस्पात (डीएमआर 294ए) के इस्तेमाल से बनाया गया है और इसमें हल्के रडार क्रास सेक्शन, रिड्यूस्ड इंफ्रा रेड सिग्नेचर समेत कई आधुनिक विशेषताएं हैं। इस पोत से एक बहुभूमिका वाले हेलीकॉप्टर को ले जाया और उसका प्रचालन किया जा सकता है, यह पोत देश के युद्धक पोतों के डिजाइन और पोत निर्माण में हासिल की गई आत्मनिर्भरता का बेहतरीन उदाहरण माना जाता है।
रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जीआरएससी की नौसेना की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने में उसके योगदान की सराहना की। नौसेना प्रमुख ने भी इस कार्य की प्रसन्नता करते हुए कहा कि इससे नौसेना को 'क्रेता नौसेना' से 'निर्माता नौसेना' बनने का सपना साकार करने में मदद मिली है। उन्होंने देश के लिए अतिउन्नत युद्धक पोत डिजाइन करने के लिए नौसेना डिजाइन निदेशालय के दल की सराहना की।

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