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Sunday 9 November 2014 10:29:16 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकनाथ रानाडे को एक ऐसी शख्सियत बताया, जिन्होंने हमें अपनी ज़िंदगी को न केवल सफल, बल्कि सार्थक बनाने के लिए भी प्रेरित किया। प्रधानमंत्री नई दिल्ली में ‘एकनाथ रानाडे जन्मशती पर्व’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। नरेंद्र मोदी ने कहा कि एकनाथ रानाडे को हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करने के लिए प्रेरित करना चाहिए, जो भव्य और दिव्य दोनों ही रहे। उन्होंने कहा कि भारत का गरीब समृद्धता चाहता है और दुनिया भारत से आध्यात्मिकता हासिल करना चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एकनाथ रानाडे का मिशन स्वामी विवेकानंद के सपनों के अनुरूप युवाओं को तैयार करना था। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों में विवेकानंद केंद्र में किए गए कार्यों को सराहा। उन्होंने कहा कि एकनाथ रानाडे वास्तव में ‘एक जीवन एक मिशन’ के सिद्धांत का पालन करते रहे। प्रधानमंत्री ने एकनाथ रानाडे के साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि अपने रचनात्मक वर्षों में एकनाथ रानाडे के साथ काम करने के बाद वह आज उनके जन्मशती पर्व में शिरकत कर रहे हैं। उन्होंने एकनाथ रानाडे को पूर्णतावादी बताया।
कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल के निर्माण में एकनाथ रानाडे की भूमिका का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एकनाथ रानाडे ने अत्यंत छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दिया, मूर्ति की आंख किस तरफ देखेगी और मूर्ति को लंबे समय तक टिकाऊ रखने के लिए किस जंग रोधी सामग्री का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकनाथ रानाडे की सराहना इसलिए भी की कि वह एकता कायम करना चाहते थे और उन्होंने जन भागीदारी पर विशेष जोर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने विवेकानंद रॉक मेमोरियल के निर्माण के लिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से सहयोग मांगा था। उन्होंने कहा कि 40 साल से ज्यादा उम्र के अनेक भारतीय इस बात का स्मरण करेंगे कि उन्होंने इस मेमोरियल के निर्माण के लिए छोटी राशि दान में दी थी और इस तरह वे इसका हिस्सा थे।