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लक्ष्मी नारायण मंदिर में दुर्गा पूजा

बंगाली परंपरा से बड़े उत्साह के साथ पूजा हुई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 1 October 2014 01:39:25 AM

lakshmi narayan temple, durga puja

देहरादून। बजरंग सेवा समिति करनपुर के सौजन्य से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी लक्ष्मी नारायण मंदिर करनपुर बाजार में 24वां श्री दुर्गा पूजा महोत्सव कल बड़े उत्साह और भक्ति के साथ प्रारंभ हुआ। सांय 6 बजे षष्ठी पूजा के साथ प्राण प्रतिष्ठा पूजन कर दुर्गा पूजा प्रारंभ की गई। समिति के मीडिया प्रभारी सोमपाल सिंह ने बताया कि यहां दुर्गा पूजा महोत्सव की शुरूआत सन् 1991 में सुधेंद्र शेखर चौधरी एवं यशपाल सौंधी ने बजरंग सेवा समिति के माध्यम से की थी, तब से आज तक लगातार यह पूजा बंगाली परंपरा के तौर तरीके से बड़े उत्साह के साथ होती आ रही है। समिति के सभी सदस्य तन मन धन के साथ पूजा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
लक्ष्मी नारायण मंदिर में पंडित गिरीशचंद्र सेमवाल महाराज ने वेद मंत्रो के उच्चारण के साथ आत्मबोध मूर्तियों की स्थापना कर सर्व प्रथम गणपति भगवान की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा की। इसके बाद कार्तिकेय भगवान, माँ सरस्वती, माँ लक्ष्मी माता और अंत में माँ दुर्गा की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा की। समिति के वर्तमान प्रधान जितेंद्र अरोड़ा, महामंत्री रिपुल भाटिया, सन्नी सचदेवा ,अभिमन्यु संजय वर्मा, मनोज पराशर, चेतन दिवान, जितेंद्र सहानी, अमित रजोरी, प्रवीन भाटिया ललित जुयाल आदि पदाधिकारियों ने माँ दुर्गा की पूजा अर्चना के साथ जयकारे लगाए।
राजधानी देहरादून में नवरात्रों के प्रारंभ होते ही नौ दुर्गा की जय-जयकार घर-घर में होती है। इन पवित्र दिनों में भक्तगण नौ दुर्गा की पूजा बड़े लगन व धूमधाम से करते हैं, अपनी मनमोकामनाओं के लिए माँ दुर्गा से आर्शीवाद प्राप्त करते हैं। नवरात्रों में षष्ठी के दिन राजधानी में विभिन्न जगहों पर दुर्गा पूजा का महोत्सव चल रहा है। बजरंग सेवा समिति की ओर से करनपुर बाजार में हर वर्ष शरदोत्सव भी बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसमें बड़ी दूर-दूर से लोग आते हैं। दशमी में दुर्गा माँ की प्रतिमा अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा की शोभायात्रा के साथ हरिद्वार में माँ गंगा में विर्सजित कर दी जाती हैं। 

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