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राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अफसरों का किया मार्गदर्शन

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Friday 4 April 2014 08:44:33 PM

नई दिल्ली। लाल बहादुर शास्‍त्री राष्‍ट्रीय प्रशासनि‍क अकादमी मसूरी में 115वें प्रशि‍क्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले राज्‍य सि‍वि‍ल सेवा के अधि‍कारि‍यों के एक समूह ने आज राष्‍ट्रपति‍ भवन में राष्‍ट्रपति‍ प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। राष्‍ट्रपति‍ ने इन अधि‍कारि‍यों को संबोधि‍त करते हुए कहा कि‍ भारत का संघीय ढांचा हमारे संवि‍धान की एक आधारभूत वि‍शेषता है, हमारा संघीय ढांचा हमारे बीच की वि‍वि‍धता में एकता का प्रति‍नि‍धि‍त्‍व करता है, अपने कार्यों का नि‍ष्‍पादन करते समय सि‍वि‍ल सेवा के अधि‍कारि‍यों को हमारे देश के इस पहलू का आदर करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि राज्‍य समग्र के अलग-अलग हि‍स्‍से का प्रति‍नि‍धि‍त्‍व करते हैं, राष्‍ट्र इन हि‍स्‍सों का एक संग्रह है, इसलि‍ए भारत का अर्थ राज्‍यों से है, हमारे देश के वि‍कास का मार्ग हमारे राज्‍यों की प्रगति‍ पर नि‍र्भर है, इसके बावजूद उनके पास एक राष्‍ट्रीय दृष्‍टि‍कोण जरूरी होता है, वे कि‍सी खास राज्‍य से संबंधि‍त हो सकते हैं, किंतु उनके पास हमेशा एक समग्र भारत की अवधारणा होनी चाहि‍ए जो उनका मार्गदर्शन करे। राष्‍ट्रपति‍ ने जोर देकर कहा कि‍ उनपर हमारे देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने का उत्‍तरदायि‍त्‍व है और जब तक वे अपने संकल्‍प के प्रति‍ दृढ़ नहीं होंगे, हमारा देश राष्‍ट्रों के समूह में अपना समुचि‍त स्‍थान कायम कर पाने में समर्थ नहीं हो पाएगा। 

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