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पत्रकारिता के महान पेशे को ठेस-उप राष्‍ट्रपति

पुस्‍तक 'जर्नलिज्‍म-एथिक्‍स एंड रिस्‍पांसिबिलिटीज' का विमोचन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 30 November 2013 04:55:37 AM

नई दिल्‍ली। उप राष्‍ट्रपति एम हामिद अंसारी ने कल यहां वरिष्‍ठ पत्रकार सीमा मुस्‍तफा की पुस्‍तक ‘जर्नलिज्‍म-एथिक्‍स एंड रिस्‍पांसिबिलिटीज’ का विमोचन किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि यह पुस्‍तक बिल्‍कुल सही समय पर प्रकाशित हुई है और महत्‍वपूर्ण समसायिक मुद्दों पर प्रकाश डालती है। उन्‍होंने कहा कि पत्रकारिता एक महान पेशा है, लेकिन मीडिया कंपनियों के खबरों के प्रति गंभीरता छोड़कर ताकत, विज्ञापन, ग्‍लैमर, चकाचौंध और पैसे के पीछे भागने की वजह से इसके सम्‍मान को ठेस पहुंची है’।
उप राष्‍ट्रपति ने कहा कि यह एक ऐसा माध्‍मय है, जो व्‍यक्ति को सोचने के लिए विवश करता है, लेवेसन रिपोर्ट और उसकी सिफारिशों से कुछ सबक लिए जा सकते हैं, ब्रिटेन के रॉयल कमीशन ने पिछले 70 वर्षों के दौरान सात बार मीडिया की गतिविधियों की जांच की। उप राष्‍ट्रपति ने कहा कि सुधारात्‍मक का मतलब है, स्‍वत: सुधारात्‍मक होना और अगर आंतरिक अनुशासन नहीं तो बाह्य सुधार की मदद ली जा सकती है। उन्‍होंने पुस्‍तक की संपादक सीमा मुस्‍तफा, प्रकाशक और पुस्‍तक में प्रकाशित लेखों के लेखकों को इस बहुमूल्‍य किताब के लिए बधाई दी।
जर्नलिज्‍म-एथिक्‍स एंड रिस्‍पांसिबिलिटीज पुस्‍तक में अपने पेशेवर रवैये और सत्‍यनिष्‍ठा के लिए विख्‍यात वरिष्‍ठ पत्रकारों और दिग्‍गजों ने मीडिया की बहुआयामी भूमिका, उसके समक्ष आने वाली समस्‍याओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला है। उन्‍होंने काफी विश्‍लेषण के बाद ऐसे सुझाव दिए हैं, जिनकी मदद से मीडिया की विश्‍वसनीयता एक बार फिर कायम की जा सके। पुस्‍तक में मीडिया में बढ़ते निगमीकरण की चुनौती की ओर भी ध्‍यान आकर्षित कराया गया है, जिसकी वजह से मीडिया एक बड़े उद्योग में तबदील हो गयी है और सनसनीखेज़ एवं पेड न्‍यूज़ बड़ी समस्‍याओं के रूप में उभरी है।

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