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गोवा विकास के नए मॉडल का प्रतीक-प्रधानमंत्री

आत्मनिर्भर भारत स्वयंपूर्ण गोवा के लाभार्थियों व हितधारकों से वार्ता

पंचायत से प्रशासन तक विकास के लिए एकजुटता की सराहना की

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 23 October 2021 05:36:55 PM

pm interaction with beneficiaries and stakeholders of aatmanirbhar bharat swayampurna goa

पणजी/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए आत्मनिर्भर भारत स्वयंपूर्ण गोवा कार्यक्रम के लाभार्थियों और हितधारकों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि गोवा यानी आनंद, प्रकृति, टूरिज्म, लेकिन आज मैं ये भी कहूंगा-गोवा यानी विकास का नया मॉडल, सामूहिक प्रयासों का प्रतिबिंब और पंचायत से लेकर प्रशासन तक विकास केलिए एकजुटता की सराहना की। गोवा सरकार की अवर सचिव ईशा सावंत से प्रधानमंत्री ने पूछाकि स्वयंपूर्ण मित्र के रूपमें कार्य करने का उनका अनुभव कैसा रहा, ईशा सावंत ने बताया कि लाभार्थियों को उनके घर पर ही सेवाएं और समाधान मिल रहे हैं, यह आसान है, क्योंकि एकल खिड़की सेवा मौजूद है। प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग आपसी सहयोग के आधार पर डेटा एकत्र करने में किया गया था। ईशा सावंत ने कहा कि इससे आवश्यक सुविधाओं से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करने में सुविधा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महिला सशक्तिकरण के संबंध में अवगत कराया गयाकि प्रशिक्षण और स्वयं सहायता समूह से महिलाओं को सोशल मीडिया मार्केटिंग और ब्रांडिंग के संबंध में उपकरण तथा सहायता प्रदान की गई है, अटल इनक्यूबेशन समूहों का भी उपयोग किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को भोजन परोसने, खानपान आदि सेवाओं केलिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, इसके लिए उचित वातावरण भी तैयार किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि उत्पादों के अलावा सेवाओं के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने अधिकारी-वर्ग को संवेदनशील और नवोन्मेषी होने का आह्वान किया और ऐसे अधिकारियों की सराहना भी की। पूर्व हेडमास्टर और मौजूदा समय में सरपंच कॉस्टेंशियो मिरांडा ने प्रधानमंत्री को बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को हासिल करने में स्वयंपूर्ण अभियान ने नई गतिविधियों की मदद की है। उन्होंने आवश्यकता आधारित राज्य की और केंद्रीय योजनाओं की पहचान की तथा समन्वय बनाते हुए उनपर काम किया। प्रधानमंत्री ने लंबित पड़े कार्यों को पूरा करने के लिए उनकी प्रशंसा की और कहा कि सरकार भी अरसे से लंबित उन सभी कामों को पूरा करने के प्रयास कर रही है, जिन्हें आजादी के बाद से लंबे वक्त तक उपेक्षित रखा गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंदन फेलारी से बात की, जिन्होंने उनको बताया कि वे और स्थानीय प्रशासन, समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने अपने इलाके में स्वनिधि योजना को लोकप्रिय बनाने में अपने अनुभव का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि क्या रेहड़ी-पटरी वाले डिजिटल लेन-देन कर रहे हैं, क्योंकि इस योजना की यह खूबी है कि डिजिटल लेन-देन से उसका पूरा हिसाब तैयार हो जाता है, जिससे बैंक उन सबको बेहतर वित्तीय सहायता देने में सक्षम होते हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि गोवा मुक्ति के 60 वर्ष होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार गोवा की हर पंचायत को 50-50 लाख रुपये और हर नगरनिकाय को एक-एक करोड़ रुपये का विशेष अनुदान प्रदान कर रही है। प्रधानमंत्री ने वित्तीय समावेश के लिए सरकारी प्रयासों का जिक्र किया और कहा कि लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। मछलीपालन उद्यमी लुई कार्डोज़ो ने बताया कि कैसे उन्होंने सरकारी योजनाओं और गर्मी को बाहर रखने वाले इनसुलेटेड वाहनों के इस्तेमाल से लाभ उठाया। प्रधानमंत्री ने किसान क्रेडिट कार्ड, नाविक एप, नावों के लिए वित्तीय सहायता तथा मछुआरा समुदाय की मदद करने वाली योजनाओं पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इच्छा व्यक्त कीकि कच्चे उत्पाद के बजाय प्रसंस्कारित उत्पादों का विस्तार किया जाए, ताकि मछुआरों और किसानों को ज्यादा लाभ मिले। रूकी अहमद राजासाब ने स्वयंपूर्ण योजना के तहत दिव्यांगों केलिए किए गए प्रयासों केबारे में बताया। प्रधानमंत्री ने पैरालिम्पिक्स में पैरा एथलीटों की सफलता और उन्हें प्रदान की जानेवाली सुविधाओं के मानकीकरण जैसे प्रयासों का उल्लेख किया। स्वयं सहायता समूह की प्रमुख निशिता नामदेव गवास से प्रधानमंत्री ने समूह के उत्पादों और उनके उत्पादों के विपणन के तरीकों के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार महिलाओं की गरिमा और आत्मविश्वास बढ़ाने केलिए उज्ज्वला, स्वच्छ भारत, पीएम आवास, जनधन जैसी योजनाएं चला रही है। दुर्गेश एम शिरोडकर से प्रधानमंत्री ने उनके समूह की डेयरी गतिविधियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनके समूह ने किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ उठाया है और उन्होंने अन्य किसानों और डेयरी उद्यमियों को भी इस सुविधा के बारे में जागरुक किया। प्रधानमंत्री ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना को लोकप्रिय बनाने केलिए उनके प्रयास सराहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने केलिए बीज से बाजार तकके पूरे तंत्र को सुगम बनाने केलिए प्रतिबद्ध है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसी योजनाएं, यूरिया की नीम कोटिंग, ई-नाम, प्रामाणिक बीज, एमएसपी पर खरीद, नए कृषि कानून इसी दिशा में किए गए प्रयास हैं। प्रधानमंत्री ने गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए कहा कि उन्होंने गोवा को तेज़ विकास के जिस विश्वास के साथ आगे बढ़ाया, उसको प्रमोद सावंत की टीम पूरी ईमानदारी से नई बुलंदियां दे रही है, आज गोवा नए आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है, टीम गोवा की इस नई टीम स्पिरिट का ही परिणाम स्वयंपूर्ण गोवा का संकल्प है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गोवा में विकसित होता इंफ्रास्ट्रक्चर किसानों, पशुपालकों, मछुआरे साथियों की इनकम को भी बढ़ाने में मददगार होगा और ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण केलिए इस वर्ष गोवा को मिलने वाले फंड में पहले की तुलना में पांच गुना वृद्धि की गई है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मछली के व्यापार-कारोबार केलिए अलग मंत्रालय से लेकर मछुआरों की नावों के आधुनिकीकरण तक हर स्तरपर प्रोत्साहन दिया जा रहा है, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत भी गोवा में हमारे मछुआरों को बहुत मदद मिल रही है। टीकाकरण अभियान के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के वैक्सीनेशन अभियान में भी गोवा सहित देश के उन राज्यों को विशेष प्रोत्साहन दिया गया है, जो टूरिज्म के केंद्र हैं, इससे गोवा को भी बहुत लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि गोवा ने दिनरात प्रयास करके अपने यहां सभी पात्र लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगवाई।

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